बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। सोशल मीडिया पर सुर्खियों में आने की चाहत (Publicity stunt) अब प्रशासनिक अधिकारियों में भी तेजी से बढ़ रही है। इसी कड़ी में बिहारशरीफ के सदर एसडीओ काजले वैभव नितिन ने इंटरमीडिएट परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण करने के लिए अनोखा तरीका अपनाया। उन्होंने अपनी सरकारी गाड़ी छोड़ साइकिल से दौरा किया।
कहा जाता है कि निरीक्षण के दौरान जब वे बिहारशरीफ के एसएस गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल पहुंचे तो वहां ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें पहचान नहीं पाया और उन्हें गेट से हटने का इशारा कर दिया। हालांकि जब बाद में उनकी पहचान स्पष्ट हुई तो उन्हें अंदर जाने दिया गया।
यह घटना प्रशासनिक लापरवाही को भी उजागर करती है। उससे बड़ा सवाल यह है कि एक तरफ प्रशासन के अधिकारी सरकारी गाड़ियों का इस्तेमाल निजी कामों के लिए करने से नहीं हिचकते। यहां तक कि सब्जी और किराने की खरीदारी में भी सरकारी वाहन फर्राटे भरते नजर आते हैं। दूसरी ओर परीक्षा निरीक्षण जैसे गंभीर कार्य के लिए साइकिल का उपयोग एक दिखावे से ज्यादा कुछ नहीं लगता।
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर आम जनता में भी चर्चा का माहौल गर्म है। कुछ लोगों का मानना है कि यह केवल एक पब्लिसिटी स्टंट है। ताकि सोशल मीडिया पर यह खबर वायरल हो और अधिकारी की एक अलग छवि बने। आगे यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या एसडीओ या अन्य अधिकारी भी इस ट्रेंड को अपनाएंगे या फिर यह केवल एक दिन की खबर बनकर रह जाएगी।
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