“राजगीर आने वाले पर्यटक इस बदलाव को ध्यान में रखकर अपनी यात्रा की योजना बनाएं। प्रशासन द्वारा राजगीर नेचर-जू सफारी को लेकर उठाए गए ये कदम पर्यटकों की सुरक्षा और उनके सुखद अनुभव को सुनिश्चित करने के लिए हैं…
राजगीर (नालंदा दर्पण)। बिहार के प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल राजगीर में नए साल की शुरुआत इस बार थोड़ी अलग अंदाज में होने जा रही है। प्रशासन ने एक जनवरी, 2025 को अत्यधिक भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा कारणों से नेचर सफारी और जू सफारी को बंद रखने का निर्णय लिया है। यह कदम विशेष रूप से उन स्थलों पर होने वाली भारी भीड़ और संभावित जोखिमों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
जू सफारी निदेशक के अनुसार बीते वर्षों में नववर्ष के मौके पर यहां भारी संख्या में पर्यटकों की भीड़ उमड़ती रही है। इसे देखते हुए प्रशासन ने इस बार एहतियाती कदम उठाने का निर्णय लिया। हालांकि अन्य प्रमुख पर्यटन स्थल जैसे- वेणु वन, विश्व शांति स्तूप, पांडू पोखर, राजगीर कुंड और ऐतिहासिक नालंदा खंडहर पर्यटकों के लिए सामान्य रूप से खुले रहेंगे।
राजगीर का जू सफारी पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है। यह अपनी अनूठी व्यवस्था के लिए जाना जाता है, जहां पर्यटक सुरक्षित वाहनों के माध्यम से शेर, बाघ, हिरण और भालू जैसे वन्य जीवों को उनके प्राकृतिक आवास में देख सकते हैं। वहीं नेचर सफारी एडवेंचर प्रेमियों का केंद्र है। जहां ग्लास ब्रिज, सस्पेंशन ब्रिज, जिप लाइन, तीरंदाजी और राइफल शूटिंग जैसी गतिविधियां रोमांचक अनुभव प्रदान करती हैं।
हालांकि एक जनवरी को नेचर और जू सफारी बंद रहने से पर्यटकों में थोड़ी मायूसी हो सकती है, लेकिन राजगीर के अन्य आकर्षण उन्हें निराश नहीं करेंगे। विश्व शांति स्तूप की अद्भुत वास्तुकला, वेणु वन की शांतिपूर्ण हरियाली, और राजगीर कुंड के गर्म जल के चमत्कारी गुण पर्यटकों को यहां आने के लिए प्रेरित करते हैं।
इस बार प्रशासन ने पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कई महत्वपूर्ण उन्नयन किए हैं। बेहतर सड़कें, अधिक पार्किंग स्थल और सुव्यवस्थित तांगा सेवाओं ने राजगीर के पर्यटन अनुभव को और भी सहज बनाया है। पटना से लगभग 110 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह स्थल सड़क और रेल मार्ग दोनों से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
फिलहाल 31 दिसंबर तक नेचर और जू सफारी सहित सभी पर्यटन स्थल सामान्य रूप से संचालित रहेंगे। इसलिए पर्यटक इस अवधि में इन अद्भुत स्थलों का लुत्फ उठा सकते हैं। प्रशासन द्वारा एक जनवरी के फैसले के बावजूद राजगीर का समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व इसे नए साल के जश्न के लिए एक विशेष स्थल बनाता है।
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