बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए स्कूलों में कविता और खेल के माध्यम से बच्चों को पढ़ाई से जोड़ने का निर्देश दिया हैं।
उन्होंने एक प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण करने के दौरान शिक्षकों द्वारा बच्चों को कविता और खेल के जरिये दी जा रही शिक्षा की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस तरीके से छोटे बच्चे जल्दी और ज्यादा सीखेंगे, जिससे उनकी समझदारी और बौद्धिक क्षमता बढ़ेगी।
मुख्यमंत्री ने शिक्षकों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि खेल और कविता बच्चों के लिए प्राकृतिक और रोचक तरीके से सीखने का माध्यम हैं। इन विधियों से पढ़ाई को दिलचस्प बनाकर बच्चों में शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ाई जा सकती हैं। जिससे वे बिना किसी दबाव के अधिक जानकारी हासिल कर सकेंगे।
नीतीश कुमार ने कहा, “छोटे बच्चे खेल और कविता से जल्दी सीखते हैं और उनकी ज्ञानवर्धक क्षमता में भी वृद्धि होती हैं। इससे न केवल उनकी याददाश्त बेहतर होती हैं, बल्कि उनकी रचनात्मकता और सोचने की क्षमता में भी सुधार होता हैं।”
वेशक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का यह प्रयास बिहार के प्राथमिक शिक्षा प्रणाली में एक सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में हैं। कविता और खेल के माध्यम से शिक्षा देना न केवल बच्चों के लिए पढ़ाई को आसान और दिलचस्प बनाएगा, बल्कि इससे उनकी समग्र विकास भी तेज होगी। शिक्षा के इस नए मॉडल से बिहार के विद्यालयों में बच्चों का उत्साह और उनकी सीखने की क्षमता में निश्चित रूप से इजाफा होगा।
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