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    Monday, December 23, 2024
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      पुलिस-मीडिया वाले ही लॉकडाउन के निर्दशों की यूं उड़ा रहे धज्जियाँ, प्रशासन पंगु

      बिहार शरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिले में जिन लोगों पर कोविड-19 संक्रमण से बचाने और यथोचित कार्रवाई एवं जागरुकता फैलाने का जिम्मा है, वहीं लोग लॉकडाउन के सरकारी निर्देशों की धज्जियाँ उड़ाते दिख रहे हैं। इस मामले में प्रशासन भी पूरी तरह से पंगु साबित है।

      The police media people are flouting the instructions of the lockdown like this the administration is paralyzed 1ताजा तस्वीर गिरियक थाना परिसर से सामने आई है। जहाँ आज थाना में पदास्थापित नए पुलिस प्रभारी संजीव कुमार और स्थानांतरित थाना प्रभारी नीरज कुमार सिंह का स्वागत-विदाई समारोह का आयोजन किया गया।

      बताया जाता है कि इस मौके पर थाना परिसर में भारी संख्या में जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, मीडियाकर्मी का भी जमावड़ा लगा। लोगों ने आए-गए थानाध्यक्षों को फूल-मालाओं से लाद दिया।

      लोगों ने कहा कि गए थानाध्यक्ष ने अपने 10 महीनों के कार्यकाल में बालू तस्करों एवं शराब तस्करों में हड़कंप मचा रखा था। वे गिरियक के लोगों को हमेशा याद रहेंगे।

      The police media people are flouting the instructions of the lockdown like this the administration is paralyzed 1वहीं आए थानाध्यक्ष का स्वागत करते हुए लोगों ने उम्मीद जताई कि वे जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करेंगे और अपराध नियंत्रण के साथ बालू तस्करों एवं शराब माफिया की पूरी तरह से नकेल कस देंगे।

      इस मौके पर इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार, एसआई एजाज अहमद, एसआई सुनील सिंह, एसआई परमानंद सिंह, एसआई दशरथ ओझा, थाना मैनेजर कृष्ण कुमार सिंह ,एसआई अजय कुमार सिंह, एएसआई संजीव कुमार, एएसआई हरिहर बैठा, एएसआई नरेंद्र सिंह, गिरियक राजद प्रखंड अध्यक्ष दीपक यादव उर्फ दीपू यादव, प्रमोद सिंह, सीसीटीएनएस भारती कुमारी, बाइक शोरूम के मालिक राजू कुमार, पैक्स अध्यक्ष विजय कुमार यादव , मेडिकल हॉल के नवीन सिंह, मुन्ना पासवान आदि लोग भी मौजूद थे।

      बहरहाल, आना-जाना और स्वागत-विदाई आदि सब अपनी जगह है। लेकिन इस दौरान सोशल डिस्टेंस का पालन तो दूर, उपलब्ध वीडियो-फोटोग्राफ से साफ स्पष्ट है कि पूरे कार्यक्रम के दौरान कोई भी व्यक्ति मास्क पहने नजर नहीं आया।

      आखिर व्यवस्था के ऐसे कर्णधार लोग आम जन को आते-जाते क्या संदेश देना चाहते हैं, पंगु बने शीर्ष प्रशासन की अंतरआत्मा की बात है। क्योंकि ऐसी तस्वीरें सिर्फ सोशल मीडिया पर वायरल ही नहीं होते हैं, बल्कि मीडिया की भी सुर्खियाँ बनाई जा रही है।

       

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