बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिले के सभी 20 कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में वार्डेन से लेकर लेखापाल, रसोईया, रात्रि प्रहरी तथा आदेशपाल तक के दर्जनों पद वर्षों से रिक्त हैं।
शिक्षा विभाग के द्वारा वर्ष 2018 में ही इन पदों पर रिक्तियां प्रकाशित की गई थी तथा बड़ी संख्या में आवेदन भी प्राप्त हुए थे। उन दिनों कुछ पदों पर कर्मियों की नियुक्ति भी हुई थी, लेकिन अधिकांश पद खाली रह गए थे।
विभाग के द्वारा कर्मियों की नियुक्ति के लिए दोबारा प्रयास किया गया। विभाग के द्वारा अभ्यर्थियों की परीक्षा लेकर उसका रिजल्ट भी जारी कर दिया गया है। लेकिन कर्मियों की नियुक्ति में अभी भी समस्या बरकरार है।
शिक्षा विभाग के द्वारा अभ्यर्थियों का रोस्टर तो अवश्य बनाया जा रहा है, लेकिन लोकसभा चुनाव के कारण अभी अभ्यर्थियों की काउंसलिंग आयोजित नहीं हो सकेगी। लोकसभा निर्वाचन की समाप्ति के बाद ही अंतिम रूप से सफल अभ्यर्थियों को नियुक्त किया जाएगा।
फिलहाल जिले के अधिकांश कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में कर्मियों की भारी कमी है। जैसे-तैसे मौजूद कर्मियों के द्वारा ही कस्तूरबा विद्यालयों को संचालित किया जा रहा है।
वर्तमान में जिले के सभी 20 कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में विभिन्न कर्मियों के 146 पद रिक्त हैं, जिन पर विभाग के द्वारा नियुक्ति की जानी है।
कर्मियों की नियुक्ति में विलंब होने से जहां एक तरफ इन विद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राओं की पढ़ाई बाधित हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ अभ्यार्थियों के द्वारा भी बेसब्री से नियुक्ति का इंतजार किया जा रहा है।
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