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    Tuesday, April 29, 2025
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      बिहारशरीफ कोर्ट में अनोखा खेल: सरेंडर पर्ची भरकर फरार हुआ कुख्यात

      बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहारशरीफ कोर्ट में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां बिंद थाना का एक हत्यारोपित कोर्ट में सरेंडर करने पहुंचा। लेकिन सरेंडर की औपचारिकता पूरी करने के बाद पुलिस हिरासत में जाने के बजाय मौके से फरार हो गया। यह घटना शुक्रवार को बिहारशरीफ कोर्ट में हुई। जिसने पुलिस और न्यायिक व्यवस्था को सकते में डाल दिया। फरार आरोपित की पहचान मदनचक गांव निवासी सुजीत यादव के रूप में हुई है। जिस पर हत्या सहित कुल 21 आपराधिक मामले दर्ज हैं।

      सूत्रों के अनुसार सुजीत यादव शुक्रवार को बिहारशरीफ कोर्ट पहुंचा और उसने सरेंडर पर्ची पर अपना नाम अंकित करवाया। आम तौर पर सरेंडर करने के बाद आरोपित को पुलिस कस्टडी में लिया जाता है, लेकिन सुजीत ने चालाकी दिखाते हुए कोर्ट परिसर से फरारी काट ली। इसकी जानकारी तब हुई, जब जिला अभियोजन शाखा को सरेंडर पर्ची की सूचना दी गई। अभियोजन शाखा ने बिंद थानाध्यक्ष से सरेंडर की पुष्टि मांगी। लेकिन देर शाम यह खुलासा हुआ कि आरोपित कोर्ट से भाग चुका है।

      दरअसल सुजीत यादव पर जून 2017 में बिंद अंचल के एक राजस्व कर्मचारी की हत्या का गंभीर आरोप है। जानकारी के मुताबिक उसने एक बस में चढ़कर कर्मचारी पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थीं। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। इस जघन्य अपराध के बाद से सुजीत फरार चल रहा था। उसके खिलाफ बिंद थाना सहित विभिन्न थानों में 21 मामले दर्ज हैं। जिनमें हत्या, लूट और अन्य संगीन अपराध शामिल हैं। इतना ही नहीं सुजीत के पुत्र पर भी बिंद थाना में तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। जो इस परिवार की आपराधिक पृष्ठभूमि को और गहरा करते हैं।

      पुलिस के अनुसार सुजीत ने कई मामलों में हाई कोर्ट को गुमराह कर जमानत हासिल की थी। उसने अपने खिलाफ दर्ज कई केसों की जानकारी कोर्ट से छिपाई और झूठे आधार पर राहत प्राप्त की। लेकिन इस बार उसकी चालाकी कोर्ट में सरेंडर के नाम पर एक नया नाटक बन गई।

      जैसे ही बिंद थाना पुलिस को इस घटना की जानकारी मिली, पुलिस टीम ने कोर्ट पहुंचकर न्यायाधीश को पूरे मामले से अवगत कराया। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने सुजीत यादव के मदनचक गांव स्थित घर पर कुर्की की कार्रवाई शुरू की। हालांकि जब पुलिस वहां पहुंची तो पाया कि आरोपित पहले ही घर का सारा सामान हटा चुका था। इससे साफ है कि सुजीत ने इस पूरी घटना को सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया था।

      बहरहाल सुजीत यादव की यह हरकत बिंद थाना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है। थानाध्यक्ष ने बताया कि आरोपित की तलाश के लिए विशेष टीम गठित की गई है और उसके ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। पुलिस का कहना है कि सुजीत की आपराधिक गतिविधियों का लंबा इतिहास रहा है और उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है।

      बिहारशरीफ कोर्ट में हुई इस अनोखी घटना ने इलाके में चर्चा का माहौल बना दिया है। लोग यह सवाल उठा रहे हैं कि आखिर कोर्ट परिसर से एक हत्यारोपित इस तरह कैसे फरार हो सकता है। यह घटना न केवल पुलिस की सतर्कता पर सवाल उठाती है, बल्कि न्यायिक प्रक्रिया में भी खामियों की ओर इशारा करती है। अब देखना यह है कि क्या पुलिस इस चालाक अपराधी को पकड़ पाती है या वह एक बार फिर कानून को चकमा देने में कामयाब हो जाता है।

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