नालंदा दर्पण डेस्क। हरनौत प्रखंड के सोराडीह पंचायत अंतर्गत जगतपुर गांव में ग्रामीणों ने रोड नहीं तो वोट नहीं का नारा लगाते हुए प्रर्दशन किया तथा जनप्रतिनिधियों एवं प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी की।
जगतपुर गांव वासी निवर्तमान सांसद एवं जदयू प्रत्याशी कौशलेन्द्र कुमार और वर्तमान जदयू विधायक हरिनारायण सिंह से काफी नाराज हैं। उनकी नाराजगी का मुख्य कारण है उनके गांव का विकास नहीं के बराबर हुआ है। गांव में जाने वाले मुख्य सड़क का अभाव है।
ग्रामीणों ने बताया कि विगत 20 वर्षों से लगातार सड़क निर्माण के लिए (जगतपुर छठ घाट से जगतपुर गांव तक एवं देवी स्थान से होते हुए जगतपुर गांव तक) जनप्रतिनिधियों से मांग करने के बावजूद आज तक पक्की सड़क का निर्माण नहीं हो पाया है।
जगतपुर गांव का मुख्य निकास का पक्कीकरण न होने से समस्त ग्राम वासियों को पूरे वर्ष काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। बरसात के मौसम में तीन महीना अवागमन पूर्ण रूप से बंद हो जाने के कारण समस्त ग्राम वासियों का जीवन अस्त-व्यस्त हो जाता है।
बार-बार जनप्रतिनिधियों से सड़क का मांग करने के बावजूद सड़क का निर्माण न कराया जाना समस्त समस्त ग्राम वासियों के अनुरोध को अनदेखा करने जैसा है। इस कारण समस्त ग्रामवासियों ने निर्णय लिया है कि लोस आम निर्वाचन 2024 का पूर्ण रूप से बहिष्कार करेंगे।
स्थानीय सांसद एवं हरनौत विधायक को कई बार आवेदन दी गई है। बावजूद सड़क निर्माण नहीं कराया जा सका। जिसके चलते दर्जनों की संख्या में ग्रामीणों ने वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है। इसीलिए सड़क नहीं तो वोट नहीं।
एक अनूठा गांव है जोरारपुरः यहां खुद सीएम नीतीश कुमार शुरूआती के राजनीति जीवन से ही कई बार प्रचार प्रसार के दौरान गए हैं। उस समय से ही स्थानीय लोगों का मांग थी नदी में पुल बनाने का। ताकि खेती कार्य व आने जाने में लोगों को सहूलियत हो, लेकिन तब से अब तक कई सांसद और विधायक आए और गए, लेकिन पुल नहीं बना सके।
इस कारण जोरारपुर गांव के ग्रामीणों का नेताओं के प्रति रुझान न के बराबर रह गया है। वर्तमान सांसद और विधायक से नदी में पुल निर्माण के लिए कई बार ग्रामीण प्रतिनिधि से मिल चुके हैं। बावजूद अब तक पुल निर्माण नहीं हुआ है।
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