नालंदा दर्पण। बिहार शरीफ सदर अस्पताल पर प्रशासन की कोई पकड़ नहीं दिखती। यहां कर्मी मनमाने ढंग से आते हैं और फांकाकशी कर चले जाते हैं।
कल 2 फरवरी को भी पुराना आलम ही देखने को मिला। कई कर्मचारी लेट लतीफ आए और मटरगश्ती कर चलते बने। यहां एडवांस अटेंडेस बनाने की परंपरा भी कायम है।
सदर अस्पताल बिहारशरीफ में कुपोषण वार्ड में एफडी आराधना सिन्हा द्वारा एडवांस अटेंडेस बनाने का मामला हुआ। उसकी ड्यूटी 12 बजे दोपहर से शाम 06 बजे तक थी, लेकिन वह सुबह में ही अटेंडेस बनाकर फरार हो गईं। एडवांस कल का अटेंडेस भी बना ली।
हमारे पास सदर अस्पताल की अटेंडेस रजिस्टर की वह कॉपी पहुंची है, जो सदर अस्पताल के कर्मीयों की मनमानी की पोल खोलती है। जिसकी जानकारी प्रशास को भी दी गई, लेकिन कोई भी अधिकारी उस पर जांच कार्रवाई करना उचित नहीं समझा। यही सुशासन हैं।