अन्य
    Monday, May 13, 2024
    अन्य

      राजगीर जंगल में अगलगी पर नियंत्रण के लिए 12 धावा दल का गठन

      राजगीर (नालंदा दर्पण)। राजगीर के जंगल में अगलगी की घटनाओं पर नियंत्रण के लिए पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा धावा दल का गठन किया गया है। गठित धावा दल द्वारा चिन्हित व आवंटित क्षेत्रों में पेट्रोलिंग शुरू कर दिया गया है। लेकिन डीएम के आदेश के बाद भी अबतक ड्रोन से राजगीर के जंगलों और पहाड़ियों की निगरानी शुरू नहीं हो सकी है।

      डीएम शशांक शुभंकर द्वारा यहां के आरआईसीसी में आहूत बैठक में धावा दल गठित करने का आदेश डीएफओ को दिया गया था। डीएम के उसी आदेश के आलोक में यह कार्रवाई की गई है, पर्यटक शहर राजगीर के जंगल और पहाड़ी क्षेत्रों की निगरानी के लिए 12 धावा दल का गठन किया गया है।

      इसके अलावा यहां के पांच पहाड़ियों की निगरानी के लिए अलग-अलग धावा दल एवं पेट्रोलिंग टीम का गठन किया गया है। यह जानकारी वनों के क्षेत्र पदाधिकारी अरुण कुमार ने दी है।

      उन्होंने बताया कि चार दिन में राजगीर के जंगल में दो दिन गुरुवार और रविवार को आग लगने की घटना हुई है। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, अग्निशमन दल और अनुमंडल प्रशासन के संयुक्त प्रयास से दोनों दिन कड़ी मशक्कत के बाद आग को नियंत्रित किया गया है।

      गुरुवार को विपुलगिरी की तलहटी में और रविवार को केसरिया दोहा के पास आग लगने की घटना हुई थी। आग लगने के कारणों की पड़ताल प्रशासन और वन विभाग द्वारा किया गया है। गुरुवार को विपुलगिरी की तलहटी और आयुध निर्माणी की चहारदीवारी के पास आग लगने की घटना हुई थी।

      आग की शुरुआत आयुध निर्माणी के चहारदीवारी के भीतर से हुई थी। यह जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ है। जांच के दौरान निर्माणी परिसर में चुल्हा के अवशेष मिले हैं। उससे स्पष्ट होता है कि वहां कोई अवैध काम होता होगा।

      इस संबंध में जिला प्रशासन और वन प्रमंडल द्वारा द्वारा अलग-अलग नोटिस आयुध निर्माणी, नालंदा को भेजा गया है। नोटिस के माध्यम से आयुध निर्माणी चहारदीवारी के भीतर होने वाले अवैध गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए कहा गया है।

      रेंजर अरुण कुमार के अनुसार भीषण गर्मी और ऊपर से तेज पछुआ हवा चल रही है। इस गर्मी और तेज हवा में आग की छोटी चिंगारी भी दावानल बन रही है। ऐसे ही घटनाओं पर नियंत्रण और क्विक रिस्पांस के लिए धावा दल का गठन किया गया है।

      उन्होंने बताया कि सभी धावा दल में वन कर्मियों सहित करीब आधे दर्जन श्रमिकों को शामिल किया गया है। गठित धावा दल द्वारा आवंटित जंगल और पहाड़ी क्षेत्रों में पेट्रोलिंग आरंभ कर दी गई है। राजगीर के पांच पहाड़ियों विपुलगिरी, रत्नागिरी, उदयगिरि स्वर्णगिरी और वैभारगिरी के लिए अलग से धावा दल बनाया गया है।

      उन्होंने यह भी बताया कि अपुष्ट जानकारी के अनुसार जंगल में शराब बनाने की भी सूचना फॉरेस्ट डिपार्टमेंट को मिला है। फॉरेस्ट डिपार्मेट और स्थानीय पुलिस के सहयोग से अभियान चलाकर जंगल में शराब बनाने की व्यवस्था को ध्वस्त किया जाएगा।

      फिलहाल, धावा दल द्वारा पहाड़ियों की निगरानी की जा रही है। किसी भी प्रकार की अनहोनी अथवा अगलगी की घटना होने पर उन्हें फौरन पदाधिकारी को सूचित करने का आदेश दिया गया है, ताकि समय रहते उस पर नियंत्रण पाया जा सके। जंगल, पहाड़ और पर्यटन स्थलों पर खाना बनाने, सिगरेट और बीड़ी पीने वालों पर भी नजर रखने के लिए धावा दल को कहा गया है।

      TRE-3 पेपर लीक मामले में उज्जैन से 5 लोगों की गिरफ्तारी से नालंदा में हड़कंप

      ACS केके पाठक के भगीरथी प्रयास से सुधरी स्कूली शिक्षा व्यवस्था

      दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक का बजट 2024-25 पर चर्चा सह सम्मान समारोह

      पइन उड़ाही में इस्लामपुर का नंबर वन पंचायत बना वेशवक

      अब केके पाठक ने लिया सीधे चुनाव आयोग से पंगा

      LEAVE A REPLY

      Please enter your comment!
      Please enter your name here

      This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

      संबंधित खबरें
      error: Content is protected !!