बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहार शिक्षा विभाग (Bihar Education Department) के सचिव की अध्यक्षता में गठित विभागीय स्थापना समिति ने एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए 2151 पुरुष शिक्षकों को उनकी पसंद के जिलों में स्थानांतरित कर दिया है। यह स्थानांतरण विशेष रूप से उन शिक्षकों के लिए किया गया है, जिनकी पत्नियाँ पहले से ही अन्य जिलों में पदस्थापित थीं।
शिक्षा विभाग ने अंतर-जिला स्थानांतरण प्रक्रिया के तहत कुल 2390 आवेदनों पर विचार किया, जिसमें से 2151 शिक्षकों की किस्मत चमक गई। विभाग के अनुसार ये स्थानांतरण 10 से 20 अप्रैल के बीच प्रभावी रूप से लागू किए जाएंगे। इस आदेश को प्राथमिक शिक्षा निदेशक साहिला ने जारी किया।
इन स्थानांतरणों में सबसे अधिक आकर्षण पटना जिले को लेकर रहा, जिसे 239 शिक्षकों ने अपनी प्राथमिक पसंद के रूप में चुना। हालांकि पटना में पहले से ही शिक्षकों की संख्या अधिक होने के कारण यहां स्थानांतरण पर बाद में विचार किया जाएगा।
वहीं इस स्थानांतरण प्रक्रिया से कुछ शिक्षक वंचित भी रह गए। विभागीय जांच, वित्तीय अनियमितता या अन्य प्रशासनिक कारणों से निगरानी जांच का सामना कर रहे शिक्षकों के आवेदनों पर विचार नहीं किया गया। इसके अलावा स्थानीय निकायों के अंतर्गत आने वाले शिक्षकों को भी इस स्थानांतरण का लाभ नहीं दिया गया।
शिक्षा विभाग के अनुसार शिक्षकों के तबादले को लेकर विभाग को 1.90 लाख आवेदन प्राप्त हुए थे। लेकिन विभिन्न तकनीकी और प्रशासनिक कारणों से सभी आवेदनों पर कार्रवाई नहीं हो सकी।
विशेष परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए अब तक कुल 12,683 शिक्षकों का तबादला किया जा चुका है। इनमें विभिन्न श्रेणियों के जैसे- असाध्य रोग से पीड़ित 47 नियमित शिक्षक, 260 टीआरई वन और टू के विद्यालय अध्यापक, गंभीर बीमारियों के आधार पर 10,225 महिला शिक्षकों का स्थानांतरण शिक्षक शामिल हैं।
- ACS सिद्धार्थ के शिक्षकों को वेतन भुगतान आदेश बाद मची अफरातफरी
- विक्रमशिला विश्वविद्यालय ने प्राचीन गौरव की ओर बढ़या कदम
- नालंदा के इन 2 स्कूलों में होगी अटल टिंकरिंग लैब की स्थापना
- New Education Policy: अब सरकारी स्कूलों के बच्चें भी पढ़ेंगे NCERT की किताब
- स्कूल पढ़ने जाने के भय से भाई-बहन ने रची थी अपहरण की गजब कहानी !