बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बिना सूचना के डयूटी से गायब रहने वाले नालंदा जिले के दो अस्पतालों के एक डॉक्टर समेत तीन कर्मी कार्रवाई की की गई हैं। ड्यूटी से गायब रहने वाले डॉक्टर एवं कर्मियों से जवाब तलब किया गया है। साथ ही सीएस ने संबंधित डॉक्टर व कर्मी की अनुपस्थित अवधि के वेतन पर रोक लगा दी है।
सिविल सर्जन डॉ. श्यामा राय ने बिंद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का सुबह 11.35 बजे औचक निरीक्षण किया। इस दौरान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी उपस्थित पाये गये। जबकि एएनएम अर्चना कुमारी अनुपस्थित पायी गयीं।
निरीक्षण के दौरान ओपीडी में डॉ. तुलसी पासवान द्वारा 40 रोगियों का इलाज किया जा चुका था। डिस्पले बोर्ड पर दवा की अद्यतन स्थिति प्रदर्शित नहीं थी। साथ ही चिकित्सा पदाधिकारियों एवं कर्मियों की रोस्टर ड्यूटी चार्ट भी प्रदर्शित नहीं थे।
सिविल सर्जन ने स्वास्थ्य प्रबंधक को रोस्टर चार्ट बनाकर उपलब्ध कराने तथा बोर्ड पर प्रदर्शित करने का सख्त निर्देश दिया। लू वार्ड संचालित पाया गया। पर कोई पीड़ित भर्ती नहीं थे। प्रभारी को निर्देश दिया कि ड्यूटी से गायब एएनएम का स्पष्टीकरण लेकर उपलब्ध करायें। अनुपस्थित अवधि का वेतन अगले आदेश स्थगित रहेगा।
अस्थावां में एक डॉक्टर और कर्मी पाये गये गायबः सीएस डॉ. राय ने बताया कि अस्थावां रेफरल अस्पताल का दोपहर एक बजे निरीक्षण किया गया। इस दौरान प्रभारी ड्यूटी पर तैनात पाये गये। इस दौरान डॉ. ज्योति जयसवाल अनुपस्थित थी। बीसीएम सुमंत कुमार भी 19 से लेकर 27 अप्रैल तक अनुपस्थित पाये गये।
ओपीडी के निरीक्षण के वक्त डॉ. पंकज कुमार एवं डॉ. अविनाश चंद्र के द्वारा 130 मरीजों का इलाज किया गया था। ओपीडी में 90 तथा आइपीडी में 60 तरह की दवाइयां उपलब्ध थीं। डिस्पली बोर्ड डॉक्टर व कर्मियों का रोस्टर चार्ट प्रदर्शित नहीं थे।
सिविल सर्जन ने इसे हर हाल में सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। वहीं प्रभारी को निर्देश दिया गया कि संबंधित अनुपस्थित लोगों से स्पष्टीकरण का जवाब लेते हुए मंत्वय के साथ प्रतिवेदन उपलब्ध कराये। संबंधित लोगों का अगले आदेश तक वेतन बंद रहेगा।
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