नालंदा दर्पण (तालीब)। जहाँ एक ओर बिहार के सुशासन बाबू यानि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क़ानून के राज का दावा तो करते हैं, लेक़िन उसकी ज़मीनी हक़ीक़त बिल्कुल ही उलट प्रतीत होता है।
ताज़ा मामला मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र नालंदा के सरमेरा थाना क्षेत्र खोजकीपुर गांव का है। जहां भू-माफियाओं की दबंगई से परेशान परिवार दो साल से ज़िला प्रशासन से इंसाफ़ के लिए दर दर की ठोकरें खा रहा है और भयभीत होकर ज़िला मुख्यालय में दूसरे के यहां छिप कर शरण ले रखा है।
पीड़ित युवक ने बताया कि कई बार सरकारी दफ्तरों का चक्कर काट चुके हैं, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ है और दबंगों के द्वारा बार बार उन्हें घर छोड़ने की धमकी दिया जा रहा है।
वहीं पीड़ित परिवार ने मीडिया को बताया कि जब भी वे शिकायत लेकर थाना गये तो बहाँ के थानाध्यक्ष ने गरीब समझ इंसाफ करने के बजाये हर बार उल्टे डांट कर भगा दिया और कहा कि उन लोगो से मत लगो। मुफ्त में मारे जाओगे।
इसके बाद पीडि़त परिवार ने भू माफियाओं के खिलाफ अनुमंडल पुलिस उपाधीक्षक से भी लिखित शिकायत किया, मगर कोई कार्रवाई नहीं होता देख थक हार कर मिडिया का सहारा लिया है, ताकि सरकार तक उसकी बात पहुंचे और गरीब परिवार को इंसाफ मिल सके।