बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। प्रधानमंत्री पोषण योजना के तहत बिहार के सरकारी स्कूलों में बच्चों को मिलने वाले मध्यान्ह भोजन के बजट में प्रति छात्र-छात्रा ₹1.12 तक की बढ़ोतरी की गई है। जिससे अब छात्र-छात्राओं को और अधिक पौष्टिक भोजन प्रदान किया जा सकेगा। इस नई घोषणा से स्कूलों के प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों को बड़ी राहत मिलेगी, जो पहले महंगाई के चलते पौष्टिक भोजन प्रदान करने में मुश्किलों का सामना कर रहे थे।
प्रधानमंत्री पोषण योजना के निदेशक के अनुसार प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों के लिए दी जाने वाली राशि अब ₹5.45 से बढ़ाकर ₹6.19 प्रति छात्र कर दी गई है। वहीं, मध्य विद्यालयों के बच्चों के लिए यह राशि ₹8.17 से बढ़ाकर ₹9.29 प्रति छात्र कर दी गई है। यह नई दरें 1 दिसंबर 2024 से लागू होंगी।
इस संबंध में मध्यान्ह भोजन योजना के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी का कहना है कि इस नई दर से स्कूलों को बच्चों के लिए बेहतर और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी। पहले कई प्रधानाध्यापक महंगाई के कारण बच्चों को अंडे और फल जैसी आवश्यक चीजें देने में सक्षम नहीं थे, लेकिन अब इस बढ़ोतरी के बाद स्थिति बेहतर होगी।
अनेक प्रधानाध्यापकों ने इस निर्णय का स्वागत किया है। उनका कहना है कि पहले मिलने वाली राशि में महंगाई के चलते पौष्टिक भोजन देना कठिन हो रहा था, लेकिन अब इस बढ़ोतरी से बच्चों के आहार की गुणवत्ता में सुधार आएगा।
एक स्थानीय प्रधानाध्यापक ने कहा कि अंडे, फल और अन्य पौष्टिक पदार्थों की कीमतें लगातार बढ़ रही थीं। इस बजट में वृद्धि से अब हम बच्चों को और अच्छे से खाना दे पाएंगे। यह कदम बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा दोनों के लिए लाभकारी साबित होगा।
वेशक सरकार की यह पहल शिक्षा और पोषण दोनों क्षेत्रों में सुधार के लिए एक अहम कदम है। विशेष रूप से उन बच्चों के लिए फायदेमंद साबित होगी, जो सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं और जिनके लिए मध्यान्ह भोजन मुख्य आहार का हिस्सा होता है।
- निरीक्षण के दौरान थरथरी के स्कूलों की स्थिति पर जताई चिंता
- विशिष्ट शिक्षक बनने जा रहे नियोजित शिक्षकों पर शिक्षा मंत्री का दो टूक, कहा…
- नालंदा आयुध निर्माणी में राष्ट्रीय वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप का आयोजन
- नालंदा में दिनदहाड़े लूटपाट और गोलीबारी: सोना व्यापारी घायल, क्षेत्र में दहशत
- शराब के नशे में धुत होकर हेडमास्टर-टीचर पहुंचे स्कूल, ग्रामीणों ने टांगकर पहुंचाया थाना