नालंदा DEO के शो कॉज़ पर इन 27 शिक्षकों पर विभागीय कार्रवाई की तैयारी

Preparations for departmental action against these 27 teachers on the show cause of Nalanda DEO
Preparations for departmental action against these 27 teachers on the show cause of Nalanda DEO

बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिले में बच्चों को बुनियादी साक्षरता और गणित में दक्ष बनाने के लिए शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण के अंतर्गत शिक्षकों को नवाचार, गतिविधियों और आईसीटी के माध्यम से शिक्षा का प्रभावी तरीका सिखाया जा रहा है। यह प्रशिक्षण प्राथमिक शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय बाढ़ में 5 दिनों तक चल रहा है, जो जिले के पहली से पांचवीं कक्षा तक के शिक्षकों के लिए है।

लेकिन इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिले के 27 शिक्षक शामिल नहीं हुए। जिस पर विभागीय कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। प्रशिक्षण में अनुपस्थित रहने को लेकर विभाग ने गंभीरता दिखाई है। कॉलेज की प्रभारी प्राचार्या ने अनुपस्थित शिक्षकों की सूची विभाग को सौंपी है, और अब जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने शिक्षकों का प्रशिक्षण में अनुपस्थित रहने को ‘घोर लापरवाही’ माना है और उनसे शो कॉज़ है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर विभागीय कार्रवाई की तैयारी शुरु की जा रही है।

इन 27 शिक्षकों में बिहारशरीफ प्रखंड की निकिता भारती एनपीएस शंकरपुर, दरक्षा जबी एमएस सहोखर, शशिभूषण कुमार पीएस उपरौरा, छठु पासवान, कामिनी कौशल, सचिन कुमार यूएमएस दरोगा बिगहा, रंजीत कुमार यूएमएस समस्ती, फरहीन निशात, कहकशां हाशिम और रौशन आरा नेशनल एमएस शेखाना, अल्का कुमारी यूएम एस भैंसासुर, शाफ़िहा खातून होती व और शमा परवीन उर्दू कन्या पीएस छज्जू मोहल्ला, गुलसनोबर परवीन उर्दू कन्या पीएस छज्जूखरीकुआं, अनिल कुमार और शबाना आजमी उर्दू पीएस खाजा अहमदपुर, फरहत जबीन और शमेल फातमा उर्दू पीएस छज्जू मोहल्ला, बिन्द प्रखंड की अमृता कुमारी एमएस बिन्द, राजनंदन प्रसाद पीएस छतरपुर, संजीव कुमार यूएमएस बिशुनपुर, कुमारी साधना सिन्हा यूएमएस जहाना, मो. महमूदुल हक एमएस उतर, रविशंकर प्रसाद यूएमएस रसलपुर, सीतापती कुमारी पीएस निगरैन, चेतन आनंद राजकीय बुनियादी विद्यालय रसलपुर और चंडी प्रखंड की कुमारी रंजुला सिन्हा एमएस बढ़ौना शिक्षक शामिल हैं।

बता दें कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। जिसमें शिक्षकों को बच्चों को पढ़ने, गणित में निपुण बनाने और विभिन्न शिक्षण विधियों का उपयोग करने की कला सिखाई जा रही है। इसके अतिरिक्त सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (ICT) के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में नवाचारों को लागू करने पर भी जोर दिया जा रहा है।

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