बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। भारतीय रेल यात्रियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। बरबीघा-दनियावां-नेउरा रेलखंड पर दोहरीकरण और इलेक्ट्रिफिकेशन का कार्य तेजी से पूरा होने के कगार पर है। जिसके बाद इस मार्ग पर ट्रेनों की रफ्तार में जबरदस्त इजाफा होगा। अब रेलवे के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के तहत ट्रेनें अपनी पूरी क्षमता के साथ दौड़ेंगी।
इस रेलखंड पर पहले जहां ट्रेनों की अधिकतम गति 75 किलोमीटर प्रति घंटा थी। वहीं अब यह बढ़कर 100 से 130 किलोमीटर प्रति घंटा हो जाएगी। इस बदलाव से यात्रियों को समय की बचत होगी और उनकी यात्रा और भी सुगम व आरामदायक बन जाएगी।
रेलवे अधिकारियों के मुताबिक इस रेलखंड पर दोहरीकरण और इलेक्ट्रिफिकेशन के पूरा होने से ट्रेनों का संचालन पहले की तुलना में कहीं अधिक कुशल होगा। पहले किऊल से गया तक का सफर तय करने में ट्रेनों को निर्धारित समय से अधिक वक्त लग जाता था।
लेकिन अब इस दूरी को तय करने में आधे से डेढ़ घंटे तक की कमी आएगी। यानी किऊल से ट्रेनें अपने निर्धारित समय पर रवाना होंगी और गया समय से पहले पहुंच जाएंगी। इससे न केवल यात्रियों को फायदा होगा। बल्कि माल ढुलाई में भी तेजी आएगी, जो क्षेत्र की अर्थव्यवस्था के लिए शुभ संकेत है।
इसके साथ ही बरबीघा-दनियावां-नेउरा रेल लाइन का निर्माण कार्य भी जोरों पर है। इस नई रेल लाइन का काम जुलाई 2025 तक पूरा होने की संभावना है। इस प्रोजेक्ट के तहत क्षेत्र में रेल कनेक्टिविटी को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है।
सूत्रों की मानें तो इस रेल लाइन का उद्घाटन स्वयं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे, जो इसकी महत्ता को और बढ़ा देता है। यह रेल लाइन न केवल स्थानीय लोगों के लिए आवागमन को आसान बनाएगी, बल्कि पर्यटन और व्यापार को भी बढ़ावा देगी।
वहीं रेलवे के विकास कार्यों में एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ने वाली है। अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत नवादा रेलवे स्टेशन को विश्व स्तरीय सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। इस योजना के तहत स्टेशन का कायाकल्प किया जाएगा। जिसमें आधुनिक सुविधाएं जैसे वाई-फाई, बेहतर वेटिंग रूम, फूड कोर्ट, और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। स्टेशन का नया लुक न केवल यात्रियों को आकर्षित करेगा। बल्कि इसे क्षेत्र का एक प्रमुख लैंडमार्क भी बनाएगा।
इस खबर से किऊल-गया रेलखंड पर यात्रा करने वाले नियमित यात्रियों और स्थानीय लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई है। एक यात्री रामप्रवेश यादव ने कहा कि पहले ट्रेनों की धीमी गति और देरी से बहुत परेशानी होती थी। अब तेज रफ्तार ट्रेनों से समय की बचत होगी और सफर भी आरामदायक होगा। वहीं व्यापारी समुदाय का मानना है कि इस रेल लाइन के शुरू होने से माल की ढुलाई में तेजी आएगी। जिससे उनका कारोबार और फलेगा-फूलेगा।
बहरहाल बरबीघा-दनियावां-नेउरा रेल लाइन और किऊल-गया रेलखंड का उन्नयन बिहार में रेलवे के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। यह परियोजना न केवल क्षेत्रीय विकास को गति देगी, बल्कि बिहार को देश के अन्य हिस्सों से और बेहतर तरीके से जोड़ेगी। जुलाई में इस रेल लाइन के उद्घाटन का इंतजार अब सभी को बेसब्री से है।
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