“चंडी प्रखंड के पश्चिमी से निर्वाचित पिंकी कुमारी अगर अध्यक्ष पद पर काबिज हो जाएगी तो वह चंडी प्रखंड से चौथी अध्यक्ष बनने का सौभाग्य मिलेगा….
नालंदा दर्पण डेस्क। नालंदा जिला परिषद के चुनाव को भले ही इस बार ज्यादा उत्साह नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों में नहीं दिख रहा है, लेकिन जिला परिषद चुनाव को लेकर गतिविधियां तेज दिख रहीं है।
हालांकि इस बार जोड़ तोड़ नहीं दिख रहा है। अध्यक्ष की कुर्सी पर एकतरफा रूझान दिख रहा है। जिला परिषद अध्यक्ष-उपाध्यक्ष का चुनाव को लेकर अभी तक सिर्फ एक ही नाम चर्चा में है।
विपक्ष की ओर से कोई लामबंदी और न ही गुटबाजी दिख रही है। अगर सबकुछ सही रहा तो चंडी प्रखंड के पश्चिमी से निर्वाचित पिंकी कुमारी नयी जिला परिषद अध्यक्ष की कुर्सी सुशोभित कर सकती है।
नालंदा जिला परिषद अध्यक्ष का चुनाव बुधबार 29 नबंबर को होना है।इसके लिए सारी तैयारी जिला प्रशासन की ओर से कर ली गई है।
अभी तक जो तस्वीर उभर कर सामने आई है, उसमें विपक्ष की ओर से न अध्यक्ष पद के लिए और न ही उपाध्यक्ष पद के लिए कोई कवायद दिख रही है।
विपक्ष ने इस बार घुटने टेक दिए हैं। यहां तक कि निवर्तमान अध्यक्ष तनुजा कुमारी का भी मोह अध्यक्ष पद के लिए भंग हो चुका है।
हालांकि पहले अटकलें लग रही थी कि वे अपनी भागीदारी मजबूती से रखेंगी, लेकिन उन्होंने अपनी दावेदारी इस बार पेश नहीं की।
वहीं बेन से निर्वाचित पूनम सिन्हा और हिलसा से एक अन्य उम्मीदवार के चुनाव मैदान में अटकलों पर विराम के बाद तय हो गया है कि चंडी पश्चिमी से पिंकी कुमारी पहली और आखिरी दावेदार हैं।
कुल 34 सदस्यों में लगभग 27 सदस्य इनके पक्ष में दिख रहें हैं।जबकि संख्या बल बढ़ाने पर जिले के सत्ताधारी सांसद, विधायक लगें हुए हैं। वैसे अध्यक्ष पद पर काबिज होने के लिए 18 सदस्यों का समर्थन जरूरी है।
बताते चलें कि पिछले दिनों राजगीर में जिला परिषद के सदस्यों का अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया था। जिसमें जिले के विधायक, पूर्व विधायक, मंत्री तक शामिल हुए थे।
इस समारोह के बहाने सदस्यों को गोलबंद करने का प्रयास किया गया था। जिला परिषद अध्यक्ष-उपाध्यक्ष चुनाव के लिए मंत्री,सांसद , विधायक और पार्षद इस अभियान को मूर्त रूप देने में लगें हुए हैं।
हालांकि, इस बार जिला परिषद अध्यक्ष-उपाध्यक्ष चुनाव में वो जोड़ तोड़ नहीं दिख रहा है, जो पहले दिखता था। ऐसे में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष का चुनाव निर्विरोध दिख रहा है।