एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क। सीएम नीतीश कुमार के कथित गृह जिला नालंदा के सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार का आलम का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक तरफ जहां किसान चंडी अंचल कार्यालय में व्याप्त रिश्वतखोरी के विरोध में धरना-प्रदर्शन कर रहे थे, वहीं दूसरी तरफ वहां कार्यरत डाटा ऑपरेटर राजीव कुमार पंजी 2 ऑनलाइन करने के लिए नाजायज राशि ले रहा था।
इस बात का खुलासा आज उस समय हुआ, जब अनेक सोशल ग्रुपों में चंडी अंचल कार्यालय में डाटा ऑपरेटर द्वारा किसानों से घूस लेते वीडियो वायरल होने लगे। यह वीडियो बीते कल का बताया जा रहा है, जब किसान विकास संघ के बैनर तले प्रखंड के किसान अपनी ग्यारह सूत्री मांगों को लेकर प्रखंड कार्यालय परिसर में एक दिवसीय धरना पर बैठे थे। जिसकी अध्यक्षता योगेंद्र यादव और संचालन नरेन्द्र शाही कर रहे थे।
इस मौके पर मौके पर योगेंद्र यादव ने कहा कि पूरा चंडी प्रखंड सूखा के चपेट में है। बर्षा नही होने से नदी तालाब सुख गया है। पानी का लेयर नीचे चला गया है। किसान आसमान की टकटकी लगा रखा है। लेकिन बर्षा नहीं हो रहा है।
अंचल में दाखिल खारिज कराने एवं किसानों के दस्तावेजों को कंप्यूटर पर अपलोड कराने में काफी अनियमितता बरती गई है। अंचलकर्मी उसको ठीक करने के नाम पर किसानों से मोटी राशि की अवैध वसूली की जा रही है। उन्होंने मांग दाखिल खारिज और किसानों के दस्तावेज अपलोड कराने के लिए शिविर लगाने एवं कृषि को मनरेगा से जोड़ने की मांग की।
नदी की खुदाई में धांधली का आरोप लगाते हुए अर्जुन यादव ने कहा कि चण्डी प्रखंड में विभिन्न नदियों के के साथ साथ गदनपुरा मुहाने नदी छिलका से नहर का निर्माण में काफी अनियमितता बरती गयी है।
उन्होंने नदी के खुदाई के नाम पर स्टीमेट घोटाला की उच्चस्तरीय जांच कर पर्दाफाश करने की मांग करते हुए कहा कि नहीं तो किसान विकास संघ के माध्यम से आन्दोलन किया जाएगा।
इसके बाद श्री नरेंद्र शाही ने सीओ पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि चंडी सीओ अपने कार्यालय पर न बैठकर अपने निजी आवास को कार्यालय बना रखा है। जाति आय निवास एवं बृद्धा पेंशन के आवेदन लेने में अवैध वसूली की जा रही है।
किसान चंद्रदेव प्रसाद ने सरकार से मांग किया कि बिहार फसल बीमा सहायता योजना से वंचित तेरह पंचायत को शामिल किया जाय। क्योंकि किसानों को 20% फसल क्षति सहायता मिली इससे स्पष्ट हुआ कि किसानों को क्षति हुई है तो फसल बीमा सहायता से तेरह पंचायत को वंचित रखना सरासर अन्याय है।
किसान विकास संघ ने चंडी बीडीओ को ग्यारह सूत्री मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपा। इस मौके पर ललन सिंह, महेंद्र सिंह, उमेश चौधरी, निधि शर्मा, शशिभूषण पासवान, अरुण चौधरी, सुधीर यादव सहित सैंकड़ों लोग मौजूद थे।