बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। सर्वाधिक चर्चित नालंदा विधानसभा क्षेत्र से निवर्तमान विधायक एवं कद्दावर मंत्री श्रवण कुमार के निकटतम प्रतिद्वंदी रहे कौशलेंद्र कुमार उर्फ छोटे मुखिया सघन दौरा कर हुए छद्म विकास की धज्जियां उड़ाने में जुट गए हैं।
राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक वे इस बार महागठबंधन के मजबूत प्रत्याशी बनाए जा सकते हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में उन्होंने बतौर भाजपा उम्मीदवार जदयू-राजद-कांग्रेस नीत महागठबंधन के प्रत्याशी श्रवण कुमार को कड़ी चुनौती दी थी और मामूली अंतर से पिछड़ गए थे।
उन्होंने आज शनिवार को नालंदा विधानसभा क्षेत्र के सकरौढा, सबलपुर, खरजमा, गजराज बिगहा, रामगढ़ समेत दर्जनों गांवों का दौरा कर लोगों से इस चुनाव में जीत का आशीर्वाद मांगा।
इस दौरान उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जनता वर्तमान जनप्रतिनिधि से ऊब चुकी है। वर्तमान विधायक 25 वर्षों तक विधायक रहे। इस दौरान के वे 17 वर्ष तक विधायक तथा 8 साल से मंत्री हैं।
इसके बावजूद दह पर से लेकर खरज्मा, नदिऔना, महादेव बिगहा, दरियापुर, सकरोड़ा, मिर्चाय गंज, पपरनौसा भाया बिहारशरीफ कि इन तमाम सड़क में कोई सुधार नहीं हुआ है।
उन्होंने कहा कि जब भी चुनाव आता है। मंत्री महोदय 3 /3 का काला पत्थर लगा देते हैं और वे उसे ही विकास कहते हैं। आम जनता यही बता रही है।
श्री कौशलेन्द्र कुमार ने कहा कि क्षेत्र के किसानों के लिए पटवन का प्रमुख साधन पैमार नदी के जलस्रोत को भी अपने कार्यकाल में मंत्री ने धवस्त कर दिया है। इसके चलते घनघोर बारिश होने के बावजूद भी नैसर्गिंक पटवन का साधन समाप्त हो गया है।
श्री कुमार ने कहा कि पपरनौसा पंचायत में 7 निश्चय योजना दम तोड़ रहा है। 5 साल में यह योजना भी नहीं शुरू हो पाया है। जो इनके विकास के झूठे दावों की पोल खोल रही है। जब इनके विधानसभा क्षेत्र में योजना का यह हाल है तो पूरे बिहार में क्या होगा।
उन्होंने कहा कि वे जनता से 5 साल का समय मांग रहे हैं। मंत्री के 25 वर्षों के कार्यकाल में जो विकास नहीं हुआ है। उसे वे 5 साल में कर दिखाएंगे और बदलाव-विकास की जंग में जनता उनके साथ हैं और इस बार मंत्री जी को भारी मतों से धूल चटाएंगे।