“कहां से आए हैं? किस माध्यम से आए हैं? जहां रहते थे वहां क्या रोजगार करते थे? कैसे पारिश्रमिक का भुगतान होता था? परिवार में कौन-कौन लोग हैं? उनकी क्या स्थिति है?” आदि के बारे में जिला पदाधिकारी ने लोगों से जानकारी ली..
बिहारशरीफ (डॉ अरुण कुमार मयंक)। नालन्दा के जिला पदाधिकारी योगेंद्र सिंह ने आज जिला के विभिन्न प्रखंडों में प्रवासी व्यक्तियों के लिए बनाए गए क्वॉरेंटाइन सेंटर का निरीक्षण किया। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डाइट नूरसराय क्वॉरेंटाइन सेंटर में फिलहाल 22 लोग आवासित हैं।
डीएम ने लोगों को सुबह शाम-चाय उपलब्ध कराने का निर्देश प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया। नूरसराय के बाद वे नालन्दा इंजीनियरिंग कॉलेज,चंडी स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर पहुंचे, जहां फिलहाल 83 लोग आवासित हैं।
इसके बाद डी एम श्री सिंह ने नगरनौसा प्रखंड में मध्य विद्यालय लोदीपुर स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर का निरीक्षण किया। यहां लगभग 100 लोग आवासित हैं।
उन्होंने यहां बनाए गए अस्थाई शौचालय में प्रीफैब्रिकेटेड स्ट्रक्चर लगाने का निर्देश पीएचडी के अभियंता को दिया। नगरनौसा के बाद जिला पदाधिकारी ने आदर्श मध्य विद्यालय डियावां, करायपरसुराय का निरीक्षण किया।
यहां 51 लोग आवासित हैं। यहां साफ-सफाई की कमी पाई गई। कुछ लोगों को डिग्निटी किट उपलब्ध नहीं कराया जा सका था। जिला पदाधिकारी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी करायपरसुराय को कड़ी फटकार लगाई तथा उनसे स्पष्टीकरण पूछा।
उन्होंने अविलंब यहां की व्यवस्था को दुरुस्त करने का निर्देश दिया तथा हिलसा के अनुमंडल पदाधिकारी को स्वयं इसकी मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
इसके बाद जिला पदाधिकारी एस यू कॉलेज हिलसा स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर पहुंचे। जहां फिलहाल 46 लोग आवासित हैं। उन्होंने यहां बनाए गए अस्थाई शौचालय में प्रीफैब्रिकेटेड स्ट्रक्चर लगाने का निर्देश पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता को दिया।
हिलसा के बाद जिला पदाधिकारी ने परवलपुर प्रखंड के राजकीयकृत उच्च विद्यालय अस्ता स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर का निरीक्षण किया। यहां फिलहाल 28 लोग आवासित हैं। यहां भी अस्थाई शौचालय में प्रीफैब्रिकेटेड स्ट्रक्चर लगाने का निर्देश दिया।
निरीक्षण के क्रम में जिला पदाधिकारी ने सभी केंद्रों पर रह रहे लोगों से भोजन की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। लगभग सभी जगहों पर लोगों ने भोजन की व्यवस्था पर संतोष व्यक्त किया।
कुछ केंद्रों पर चाय उपलब्ध नहीं कराने की जानकारी दी गई। जिला पदाधिकारी ने संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी को प्रतिदिन सुबह एवं शाम में चाय उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
क्वॉरेंटाइन सेंटर पर रह रहे सभी बच्चों के लिए स्थानीय स्तर पर दूध भी उपलब्ध कराया जा रहा है। इस संबंध में भी जिला पदाधिकारी ने लोगों से पूछताछ की।
उन्होंने क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे लोगों से बड़े ही आत्मीयता से हाल-चाल के बारे में पूछा। “कहां से आए हैं? किस माध्यम से आए हैं? जहां रहते थे वहां क्या रोजगार करते थे? कैसे पारिश्रमिक का भुगतान होता था? परिवार में कौन-कौन लोग हैं? उनकी क्या स्थिति है?” आदि के बारे में जिला पदाधिकारी ने लोगों से जानकारी ली।
निरीक्षण के क्रम में उन्होंने सभी केंद्रों पर साफ- सफाई की मुकम्मल व्यवस्था रखने का निर्देश दिया। शौचालयों की सफाई निरंतर कराते रहने को कहा गया। कमरा संख्या के साथ शौचालयों की टैगिंग करने का निदेश दिया।
उन्होंने सभी केंद्रों पर शौचालयों का स्वयं निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में पुलिस अधीक्षक, अनुमंडल पदाधिकारी हिलसा, संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं स्थानीय पदाधिकारी उपस्थित थे।
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