बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। वर्तमान प्रतियोगिता के युग में सरकारी नौकरी मिलना भगवान मिलने से कम नहीं माना जाता है। इसके बावजूद टीचर्स रिक्रूटमेंट परीक्षा-2 में सफल होने वाले बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों द्वारा शिक्षक की नौकरी को ठुकरा दिया गया है।
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सुजीत कुमार राउत ने उक्त आशय की जानकारी देते हुए बताया कि टीआरई- टू में जिले के कुल 1927 अभ्यर्थियों के द्वारा काउंसलिंग कराई गई थी। लेकिन इनमें से 191 शिक्षकों ने विद्यालयों में योगदान ही नहीं किया है।
टीचर रिक्रूटमेंट परीक्षा-2 के तहत विभिन्न कोटि के चयनित 1927 शिक्षकों में से कुल 1831 शिक्षकों के द्वारा नियुक्ति पत्र तो अवश्य लिया गया, लेकिन सिर्फ 1736 शिक्षकों को ने ही अपने-अपने विद्यालयों में योगदान किया।
इसी प्रकार 96 शिक्षकों ने तो पदस्थापन पत्र ही नहीं प्राप्त किया। जबकि 95 शिक्षकों ने पदस्थापन पत्र तो अवश्य प्राप्त किया लेकिन विद्यालयों में योगदान ही नहीं किया।
इस प्रकार प्रतियोगिता परीक्षा में सफल कुल 191 अभ्यर्थियों ने विद्यालयों में योगदान नहीं दिया है। वर्ग 1 से 5 के लिए चयनित कुल 44 शिक्षकों में से 5, वर्ग 6 से 8 तक के लिए चयनित 532 शिक्षकों में से 45 लोगों ने योगदान नहीं किया है।
वहीं, वर्ग 9 से 10 तक के लिए चयनित कुल 433 में से 39 जबकि वर्ग 11 से 12 तक के लिए चयनित कुल 727 शिक्षकों में से 102 शिक्षकों ने स्कूलों में योगदान नहीं दिया है।
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