नालंदा दर्पण डेस्क। North Eastern Region Conference : बिहार के विश्वविद्यालय भी आने वाले दिनों में केंद्र के समर्थ पोर्टल से जुड़ेंगे। समर्थ पूरी तरह से कम्प्यूटर बेस सिस्टम है। इस पर छात्र-छात्राओं के नामांकन से लेकर परीक्षाफल तक विश्वविद्यालयों द्वारा अपलोड किये जायेंगे। शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के वेतन भुगतान तथा शिक्षकों के प्रशिक्षण भी समर्थ का हिस्सा होंगे। इससे विश्वविद्यालयों की शैक्षणिक, वित्तीय एवं प्रशासनिक व्यवस्था में पारदर्शिता आयेगी। इसे केंद्र ने बनाया है।
इसे देश भर के सभी विश्वविद्यालयों द्वारा अपनाया जाना है। इसमें केन्द्रीय विश्वविद्यालय, पारंपरिक विश्वविद्यालय एवं निजी विश्वविद्यालय भी शामिल होंगे।
बिहार के विश्वविद्यालयों में पटना विश्वविद्यालय, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, मगध विश्वविद्यालय, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, जयप्रकाश विश्वविद्यालय, बीआरए बिहार विश्वविद्यालय, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय, बीएन मंडल विश्वविद्यालय, पूर्णिया विश्वविद्यालय, तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय, मुंगेर विश्वविद्यालय, मौलाना मजहरुल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय, नालंदा खुला विश्वविद्यालय, आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय शामिल हैं।
इसके साथ ही सात निजी विश्वविद्यालय भी हैं। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने विश्वविद्यालयों से कहा है कि ‘समर्थ’ पोर्टल को अपनाये। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के कार्यान्वयन को लेकर गुवाहाटी में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने नॉर्थ इस्टर्न रिजन कान्फ्रेंस का आयोजन किया था। उसमें असम के राज्यपाल तथा असम एवं मेघालय के शिक्षा मंत्री भी शामिल हुए थे।विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष भी सम्मिलित हुए थे।
उस कान्फ्रेंस में शामिल होने के लिए बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के अधिकारियों का छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी गया था। उनमें शिक्षा विभाग के सचिव बैद्यनाथ यादव, उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. रेखा कुमारी एवं उप निदेशक डॉ. दीपक कुमार सिंह भी शामिल थे। उसमें नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 और उसके कार्यान्वयन से संबंधित जानकारी दी गयी।
इससे जुड़े सवालों के जवाब भी विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष द्वारा दिये गये। अलग-अलग विषयों पर तकरीबन दस समूह बनाये गये। हन समूह द्वारा संबंधित विषय पर विचार कर अपनी अनुशंसाएं सौंपी गयी। कान्फ्रेंस में असम की ओर से जानकारी दी गयी कि वहाँ के सभी विश्वविद्यालय’ समर्थ’ पोर्टल से जुड़े हुए हैं। इसे बाकी राज्यों को भी एडॉप्ट करने को कहा गया।
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