पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। बिहार शिक्षा विभाग ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है कि BPSC TRE-3 के तहत चयनित कक्षा 1-8 के शिक्षकों की पोस्टिंग के बाद राज्य में “शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009” (RTE-2009) के तहत निर्धारित छात्र-शिक्षक अनुपात का लक्ष्य पूरा किया जाएगा। इसका सीधा मतलब यह है कि आगामी BPSC TRE-4 परीक्षा में कक्षा 1-8 के लिए शिक्षकों की रिक्तियां या तो बहुत कम रहेंगी या नहीं के बराबर होंगी।
बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने बिहार विधान सभा में इस बात की पुष्टि की है कि राज्य के प्राथमिक और माध्यमिक, उच्च माध्यमिक विद्यालयों में वर्तमान छात्र-शिक्षक अनुपात क्रमशः 31:1 और 44:1 है। मंत्री ने बताया कि बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा तृतीय चरण के तहत 38,900 प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों और 42,445 माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों के पदों पर परिणाम घोषित किया गया है। इसके अलावा प्रधान शिक्षक के 36,947 पदों पर भी परीक्षा परिणाम जारी कर दिए गए हैं।
इन नए शिक्षकों के योगदान से प्राथमिक विद्यालयों में RTE-2009 के तहत निर्धारित छात्र-शिक्षक अनुपात का लक्ष्य प्राप्त किया जाएगा, जो गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है। साथ ही माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में भी मानक के अनुरूप शिक्षक उपलब्ध होंगे। जिससे राज्य के शिक्षा ढांचे में और मजबूती आएगी।
इस प्रक्रिया के पूर्ण होने के बाद प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की संख्या पर्याप्त हो जाएगी और TRE-4 में कक्षा 1-8 के लिए नई रिक्तियां या तो बहुत कम होंगी या फिर नहीं होंगी। जिससे राज्य की शिक्षा व्यवस्था में स्थिरता और सुधार देखने को मिलेगा।
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