राजगीर (नालंदा दर्पण)। नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी (एनओयू) को एक वर्ष के अंतराल के बाद सत्र 2024-25 में दाखिला प्रक्रिया शुरू करने की अनुमति मिल गई है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो ने 8 अक्टूबर को इस अनुमति का पत्र जारी किया, जिससे विश्वविद्यालय में खुशी का माहौल बन गया है। पिछले साल 2023 में नैक (NAAC) ग्रेडिंग के अभाव में विश्वविद्यालय को दाखिला करने की अनुमति नहीं मिली थी, जिससे वह सत्र जीरो हो गया था।
कुल 59 कार्यक्रमों में एनओयू इस वर्ष से दाखिले लेगा, जिसमें 29 स्नातक स्तर के प्रोग्राम शामिल हैं। विशेष रूप से इनमें 20 विषयों में चार साल का ग्रेजुएशन कोर्स भी शामिल होगा। वहीं पोस्टग्रेजुएट स्तर पर 30 विषयों में प्रवेश की अनुमति प्राप्त हुई है, जिनमें से 19 कार्यक्रम विज्ञान आधारित होंगे।
एनओयू के कुलपति के अनुसार विश्वविद्यालय को इस सफलता के लिए लंबे समय से इंतजार था। 2023 में एडमिशन ना होने की वजह से छात्रों और विश्वविद्यालय दोनों के लिए यह एक कठिन वर्ष रहा।
हालांकि, जनवरी 2024 में यूनिवर्सिटी को नैक से ‘सी’ ग्रेड मिलने के बाद से ही विश्वविद्यालय प्रशासन यूजीसी के साथ पत्राचार कर रहा था ताकि आने वाले सत्र में एडमिशन प्रक्रिया को फिर से शुरू किया जा सके।
एडमिशन प्रक्रिया और सुधार की सलाहः यूजीसी ने 28 मई को जमा किए गए प्रपोजल के आधार पर विश्वविद्यालय को दाखिले की अनुमति दी है। साथ ही कुछ आवश्यक सुधारों की भी सलाह दी है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इन सुधारों की प्रक्रिया को तेजी से शुरू कर दिया है।
दुर्गापूजा की छुट्टियों के बाद एडमिशन प्रक्रिया से संबंधित आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा, जिससे छात्रों को दाखिला लेने का समय दिया जाएगा।
ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों मोड में सुविधाएं उपलब्धः एनओयू इस सत्र में छात्रों को दोनों ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में सुविधा प्रदान करेगा, जिससे ज्यादा से ज्यादा छात्र अपनी सुविधा के अनुसार दाखिला ले सकेंगे। विश्वविद्यालय 10 से 13 अक्टूबर तक दुर्गापूजा की छुट्टी पर रहेगा और 14 अक्टूबर से विश्वविद्यालय खुलने के बाद एडमिशन प्रक्रिया में तेजी लाई जाएगी।
एनओयू के इस सत्र में दाखिला की अनुमति मिलने से छात्रों और विश्वविद्यालय प्रशासन में नई ऊर्जा का संचार हुआ है, और उम्मीद की जा रही है कि विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छुएगा।
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