बिहार शरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहार पुलिस भले ही आम लोगों से संवाद स्थापित करने के लिए कई प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन करती हो, लेकिन उसकी कार्यशैली पर लगातार सवाल खड़े होते रहते हैं। ताजा मामला सीएम नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा मुख्यालय का है।
दरअसल, पिछले 4 दिनों से लापता युवक का शव मिलने पर ग्रामीणों का सब्र टूट गया और शव को सड़क पर रख पुलिस की कार्यशैली के विरुद्ध हंगामा किया गया।
मृतक के परिजनों का आरोप है कि पुलिस की लापरवाही से युवक की मौत हुई है।
इस घटना से ग्रामीण इतने आक्रोशित थे कि सड़क जाम करने की सूचना पर समझाने पहुंची पुलिस को लोगों ने खदेड़ कर पीटा, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
तस्वीरों में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कैसे गुस्साई भीड़ पुलिस पर पथराव कर रही है और बिहार थानाध्यक्ष का कौलर पकडे हुए है।
वहीं मृतक के भाई ने कहा कि लहेरी थानाध्यक्ष सुबोध कुमार बीते रविवार को छापेमारी करने आए थे। उस दौरान मोहल्ले के कुछ युवक बैठकर मोबाइल देख रहे थे। अचानक पुलिस को देखते ही सभी इधर उधर भागने लगे। भागने के क्रम में तीन युवक दलदल युक्त पानी भरे गढ्ढे में कूद गए।
पुलिस ने दो युवक को तत्काल बाहर निकाल लिया, लेकिन उसके भाई का कुछ पता नहीं चला। गुस्साई भीड़ को देखते हुए घटनास्थल पर कई थानों की पुलिस पहुंच गई है।
इसके अलावा सदर और अनुमंडल डीएसपी और एसडीओ कुमार अनुराग मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाने में जुट गए।
मृतक युवक की पहचान लहेरी थाना क्षेत्र के गगनदिवान मोहल्ला के रहने वाले मोहम्मद कैसर उर्फ लाला (25 वर्ष) के रूप में हुई है।
घंटों सड़क जाम कर हंगामा कर रहे ग्रामीणों को प्रशासन ने कड़ी मशक्कत के बाद समझाया बुझाया और गुरुवार देर शाम स्पीडी ट्रायल कर दोषी पुलिस कर्मी के ख़िलाफ़ कारवाई करने के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने जाम हटाया।
फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की तफ़्तीश में जुट गई है।