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    Sunday, December 22, 2024
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      Bihar Education Department’s big order: ऑनलाइन हाजिरी पर ACS डॉ. सिद्धार्थ के इस आदेश से कांप उठे शिक्षक

      बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण डेस्क)। पूरे बिहार राज्य में ऑनलाइन हाजिरी नहीं बनाने वाले स्कूली शिक्षकों का वेतन बंद होगा (Bihar Education Department’s big order)। यह व्यवस्था एक अक्टूबर से लागू होगी। नई व्यवस्था में एक और विकल्प दिया गया है। नये विकल्प में शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी अब प्रधानाध्यापक भी बना सकेंगे।

      इस बाबत शिक्षा अपर मुख्य सचिव डॉ एस सिद्धार्थ द्वारा निर्देश जारी किये गये हैं। इसके मुताबिक राज्य के सरकारी विद्यालयों में कार्यरत सभी प्रधानाध्यापक, शिक्षक को गत 25 जून से ई-शिक्षा कोष मोबाइल एप्प के माध्यम से प्रतिदिन उपस्थिति दर्ज करने हेतु विस्तृत दिशा-निर्देश दिया गया है।

      इसके आलोक में प्रतिदिन लगभग 4.50 लाख प्रधानाध्यापक, शिक्षक द्वारा इस एप्प के माध्यम से ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने हेतु ई-शिक्षकोष मोबाइल एप्प पर स्कूल एडमिन नामक एक नया विकल्प दिया गया है, जिसके माध्यम से विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा भी विद्यालय में उपस्थित शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज की जा सकेगी। इससे अब जो शिक्षक खुद ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज नहीं कर सकेंगे, उनकी उपस्थिति प्रधानाध्यक दर्ज कर सकेंगे।

      शिक्षा विभाग ने तय किया है कि एक अक्टूबर से ऑनलाइन उपस्थिति के आधार पर ही शिक्षकों को वेतन का भुगतान होगा। साथ ही विभाग ने अब ऑनलाइन हाजिरी के लिए दो विकल्प दिये हैं शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने इसे सपष्ट करते हुए सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश जारी किया है।

      उन्होंने कहा है कि शिक्षक अनिवार्य रूप से ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर उपलब्ध रहें। साथ ही सभी भौतिक रूप से भी उपस्थिति पंजी में हाजिरी दर्ज करेंगे। जिलों को लिखे पत्र में कहा गया है कि 25 जून से ई-शिक्षाकोष मोबाईल ऐप से साढ़े चार लाख अर्थात 80 प्रतिशत शिक्षक ऑनलाइन हाजिरी बना रहे हैं। इसी क्रम में प्रधानाध्यापक और शिक्षक की ऑनलाइन प्रतिदिन उपस्थिति दर्ज करने के लिए ई-शिक्षाकोष मोबाईल ऐप पर स्कूल एडमिन ‘ नामक एक नया विकल्प दिया गया है।

      विकल्प एक में कहा गया है कि सभी प्रधानाध्यापक शिक्षक गूगल प्ले स्टोर से ई-शिक्षाकोष ऐप को अपने मोबाईल में डाउनलोड करेंगे। इसके बाद शिक्षक अपने टीचर आईडी से ऐप पर लॉगिन करेंगे। जिन शिक्षकों के पास पूर्व से आईडी उपलब्ध नहीं है अथवा भूल गये हैं, वैसे शिक्षक प्रधानाध्यापक से संपर्क कर आईडी प्राप्त कर सकते हैं।

      आईडी उपलब्ध कराने के लिए स्कूल के प्रधानाध्यापक स्कूल एडमिन के लॉगिन आईडी से शिक्षक मॉड्यूल में जाकर संबंधित को आईडी उपलब्ध कराएंगे। अपने आईडी से ऐप पर लॉगिन करने के बाद डैशबोर्ड पर अंकित ‘मार्क अटेंडेंस’ बटन को क्लिक करेंगे। इसके बाद मोबाईल के स्क्रीन पर दो विकल्प एक स्कूल प्रांगण में हाजिरी दर्ज करें और दूसरा स्कूल के बाहर ड्यूटी दर्ज करें दिखायी देगा। स्कूल प्रांगण में हाजिरी बनाने के लिए शिक्षक को 500 मीटर की परिधि में रहना आवश्यक होगा।

      शिक्षक अगर किसी सरकारी कार्य के लिए दूसरी जगह पर प्रतिनियुक्त हैं, तो ऐसी स्थिति में स्कूल के बाहर की ड्यूटी दर्ज करेंगे। विकल्प दो में कहा गया है कि सभी प्रधानाध्यापक गूगल प्ले स्टोर से ई-शिक्षाकोष ऐप को अपने मोबाईल में डाउनलोड करेंगे। इसके बाद ऐप में द्वारा ‘स्कूल एडमिन’ का विकल्प चयन कर लॉगिन करेंगे। लॉगिन के बाद मास्टर डेटा डाउनलोड करेंगे, जिसके लिए मोबाईल स्क्रीन के बायीं तरफ ऊपर की ओर ‘होम’ का टॉगल बटन क्लिक करेंगे।

      इसके बाद केवल एक बार डाउनलोड मास्टर डाटा का चयन कर ‘स्कूल मास्टर डाटा’ और ‘टीचर मास्टर डाटा’ डाउनलोड करेंगे। डाटा डाउनलोड के बाद स्क्रीम पर अंकित बैक निशान (एरो) बटन को क्लिंग करेंगे। इसके बाद स्क्रीन ‘स्कूल प्रांगण में अपनी हाजिरी दर्ज करें’ पटन को क्लिंक करेंगे। जिसके बाद स्कूल में पदस्थापित सभी शिक्षकों की सूची स्क्रीन पर दिखेगी।

      शिक्षकों में से जिसकी हाजिरी प्रधानाध्यापक दर्ज करना चाहते हैं, उनके नाम के समक्ष अंकित’ हाजिरी दर्ज करें” बटन को क्लिक करेंगे। इस बटन को क्लिक करते हीं मोबाईल का कैमरा खुल जाएगा और स्क्रीन पर फोटो लें एवं उपस्थिति दर्ज करें बटन दिखायी देगा। पहले फोटो लें बटन क्लिक करना है, फिर उपस्थिति दर्ज करें का बटन दबाना है।

      ऐसे शिक्षक जो मोबाईल से हाजिरी बना चुके हैं, उनकी हाजिरी प्रधानाध्यापक के द्वारा दर्ज नहीं की जा सकेगी। इस ऐप के उपयोग के क्रम में किसी भी यूजर को किसी तरह की समस्या होने पर टिकट रेज करने की सुविधा रहेगी, जिसके आधार पर राज्य स्तर पर गठित प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट के द्वारा तकनीकी बाधा दूर करने की त्वरित कार्रवाई की जाएगी।

      विभाग ने यह भी कहा है कि प्रधानाध्यापक-शिक्षक के स्वीकृत सभी तरह के अवकाश को भी ई-शिक्षाकोष ऐप पर संबंधित स्कूल के प्रधानाध्यापक द्वारा दर्ज किया जाएगा।

      डॉ. सिद्धार्थ ने अपने आदेश में कहा है कि राज्य के सरकारी स्कूल के सभी प्रधानाध्यापक और शिक्षक को ऐप पर हर दिन ऑनलाइन हाजरी दर्ज करना जरूरी है। ऐसे में जरूरी है कि सूबे के सरकारी स्कूल के हेडमास्टर और टीचर का अपडेटेड डाटा में ई शिक्षा कोष पोर्टल पर उपलब्ध होना अनिवार्य है। यही नहीं सभी हेडमास्टर और टीचर भौतिक रूप से उपस्थिति पंजी में भी अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे।

      आदेश में कहा गया है कि हर महीने संबंधित प्रखंड के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ई शिक्षाकोष ऐप पर दर्ज उपस्थिति के आधार पर शिक्षकों का नेगेटिव लिस्ट संबंधित जिला के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना को उपलब्ध कराया जायेगा, उसी के आधार पर एक अक्टूबर से वेतन भुगतान किया जायेगा।

      आदेश में आगे कहा गया है कि ऐप पर अटेंडेंस के आधार पर यदि कोई टीचर बिना बताए अपसेंट होते हैं, उनका एसएल और सीएल में का प्रयोग किया जाए। यदि एसएल और सीएल या फिर उन्हें मिलने वाली छुट्टियां नहीं है तो उन्हें लीव विदाउट पे माना जायेगा। सर्वर डाउन, नेटवर्क की समस्या या कोई अन्य तकनीकी समस्या के कारण यदि हेडमास्टर और टीचर को अटेंडेंस नहीं बन पा रहे है, तो ऐसी स्थिति में मैनुअल उपस्थिति पंजी में दर्ज उपस्थिति के आधार पर वेतन का भुगतान किया जायेगा।

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