राजगीर (नालंदा दर्पण)। अंतराष्ट्रीय पर्यटन नगरी राजगीर, सिलाव, नालंदा, गिरियक, पावापुरी, बिहारशरीफ आदि नगर निकायों में जब तक बेंडिंग जोन बनाकर फुटपाथ दुकानदारों को पुनर्वासित नहीं किया जाएगा, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
उक्त बातें नालंदा फुटपाथ दुकानदार अधिकार मंच की ओर से आयोजित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती समारोह में असंगठित कामगार एवं कर्मचारी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सह मंच के राज्य समन्वयक डॉ अमित कुमार पासवान ने कही।
डॉ. पासवान ने कहा कि आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती के दिन संकल्प लेने की जरूरत है। जब तक पथ विक्रेता कानून अधिनियम 2014 के तहत सभी फुटपाथी वेंडरों को पहचान पत्र, प्रमाण पत्र, बीमा एवं वेंडिंग जोन बनाकर पूर्णवासित नहीं किया जाता है। तब तक संघर्ष जारी रहेगा।
पूर्व उपाध्यक्ष सह वर्तमान पार्षद श्यामदेव राजवंशी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2017 में पथ विक्रेता स्कीम एवं नियमावली को लागू करने वाले देश के पहले मुख्यमंत्री है। जिसके तहत राजगीर नगर परिषद में नगर विक्रय समिति का गठन किया गया।
मंच के संरक्षक उमराव प्रसाद निर्मल ने कहा पथ विक्रेता कानून को पूर्व के कार्यपालक पदाधिकारी ने गति प्रदान किया था, लेकिन जबसे नगर के कार्यपालक पदाधिकारी मोहम्मद जफर इकबाल आए हैं, तब से बेंडिंग जोन के फाइल को दफन कर दिये है। टीवीसी में पारित आदेश को भी क्रियान्वयन नहीं कर पाते हैं। वहीं दूसरी ओर फुटपाथ संघ के कार्यकरणी समिति एवं नगर विक्रय समिति के सदस्यों के ऊपर फर्जी मुकदमा दायर करने का काम करते है। जिसे संगठन कतई बर्दाश्त नहीं करेगा।
मौके पर नगर परिषद राजगीर के सभापति प्रतिनिधि सुबेन्द्र राजवंशी ने कहा कि पथ विक्रेता कानून अधिनियम 2014 के तहत लिखित प्रावधानों के अनुसार सभी मांगें जायज है। उसे मिलकर पूरा करने का प्रयास करेंगे।
उन्होंने कहा कि फुटपाथ दुकानदार पर्यटन स्थल की रीढ व सौंदर्य होते हैं। इन्हें हटा देने के बाद बाजार में सन्नाटा सी लगती है। अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल को देखते हुए राजगीर के सभी दुकानदारों को वेंडिंग जोन बनाकर पुनवासित करने का प्रयास किया जाएगा।
मंच के राजगीर के अध्यक्ष रमेश कुमार पान ने कहा कि फुटपाथ पर व्यवसाय करने वाले दुकानदारों एवं झुगी झोपड़ी में निवास करने वाले लोगों को अतिक्रमण के नाम पर हटाकर सिर्फ खाना पूर्ति किया जाता है।
उन्होंने कहा कि 10 अक्टूबर तक रजौली संगत से हटाए गए दुकानदारों को अगर पुनः रजौली संगत में पुनर्वासित नहीं किया गया तो आने वाले 10 अक्टूबर के बाद मंच के द्वारा नगर विकास एवं आवास विभाग के मंत्री, मुख्यमंत्री एवं प्रधान सचिव को पत्र लिखकर राजगीर की समस्याओं से अवगत कराएंगे।
इस अवसर पर राजगीर थाना की ओर से कुंड क्षेत्र टीओपी के कुंदन शर्मा, बाजार जोन के अध्यक्ष मदन बनारसी, झूला जोन के अजय यादव, नागेंद्र यादव, विपिन यादव, कुंड जोन के विजय यादव, नन्दकिशोर प्रसाद, वीरायतन जोन के रेखा देवी, भूषण रजवंशी, राघो देवी, धर्मेंद्र पासवान, गोपाल शरण मेहता, बस स्टैंड जोन के मनोज यादव, सरोज देवी, अरुण कुमार, धनंजय कुमार, आदि सैकड़ो लोग शामिल थे।
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