राजगीर (नालंदा दर्पण)। सिमरिया धाम के महंत फलहारी बाबा ने राजगीर ब्रह्मकुण्ड में आरती के बाद यज्ञशाला में ध्वजारोहन कर मलमास मेला की शुरुआत की। यह राजकीय मेला 18 जुलाई से 16 अगस्त यानि एक माह तक चलेगी।
इस मौके पर पंडा समिति के अध्यक्ष नीरज उपाध्याय, सचिव विकास उपाध्याय, कोषाध्यक्ष ओमकार नाथ उपाध्याय समेत पंडा समिति के अन्य सदस्य मौजूद रहे।
मान्यता है कि अधिक मास (मलमास) में सनातन धर्म के 33 कोटि देवी देवता एक महीने तक राजगीर में ही प्रवास करते हैं। प्राचीन वैभवशाली मगध साम्राज्य की हृदयाशाली समृद्ध धार्मिक विरासत के सृजन भूमि राजगृह में चार शाही स्नान होंगे।
राजगीर में 22 कुंड एवं 52 जल धाराओं में इस बार श्रद्धालु स्नान कर सकेंगे। सभी कुंड एवं जल धाराओं का जीर्णोद्धार कराया गया है। जिसमें सबसे खास वैतरणी नदी है। इस नदी तट को लोग प्राचीन समय से ही गाय की पूंछ पकड़कर पार किया करते थे। मान्यता है कि ऐसा करने से उन्हें सीधे मोक्ष की प्राप्ति होती है।