बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिले में एक लाख 2410 जॉब जॉब कार्डधारी निष्क्रिय हैं, जिन्होंने तीन साल में एक दिन भी मनरेगा योजना से काम की मांग नहीं की है। डीआरडीए से तीन लाख 32 हजार 871 जॉब कार्ड जारी हुआ है, जिसमें 30 प्रतिशत जॉब कार्डधारी ने मनरेगा के तहत काम करना पसंद नहीं किया है।
ऐसे मजदूरों का विभाग ने जॉब कार्ड निष्क्रिय सूची में डाल दिया है। जॉब कार्ड के लिए कुल तीन लाख 37 हजार 690 लोगों ने अप्लाई किया था, जिसमें सत्यापन के बाद तीन लाख 32 हजार 871 जॉब कार्ड जारी किया गया था। इसमें एक लाख 2410 जॉब कार्डधारियों ने तीन साल में एक दिन भी मनरेगा योजना के तहत काम करने की इच्छा प्रकट नहीं की।
ऐसे जॉब कार्डधारियों को विभाग एक्टिव जॉब कार्डधारियों की सूची हो रही तैयार निष्क्रिय सूची में डाल दिया है। फिलहाल एक्टिव दो लाख 30 हजार 461 मनरेगा मजदूरों के लिए 2 लाख 54 हजार 497 मनरेगा कार्य दिवस सृजित की गई हैं। वर्तमान में पुरुष से अधिक महिला मजदूर मनरेगा योजना से काम करने में रुचि दिखा रही है।
कुल एक्टिव जॉबकार्डधारियों में से 57.54 प्रतिशत महिला जॉबकार्डधारी हैं। एसी वर्ग के 67 हजार 136 एक्टिव जॉबकार्डधारी हैं, जो कुल 29.13 प्रतिशत है। महिला-पुरुष दोनों मिलाकर सबसे अधिक 81.07 प्रतिशत ओबीसी और सामान्य वर्ग के कुल यानि एक लाख 86 हजार 843 जॉबकार्डधारी हैं, जो लगातार मनरेगा योजना में काम कर रहे हैं।
दिखने लगा जीविका दीदी का प्रयासः कुछ साल पहले जिले में मनरेगा योजना में चल रहे काम में जीविका की दीदिया मेट के रूप में काम देने की पहल की गई थी। चयनित जीविका मेट को प्रशिक्षण के बाद पंचायतों में कार्यों की मॉनिटरिंग की जिम्मेवारी सौंपी गई थी।
मनरेगा योजना के तहत पंचायतों में मिटटीकरण, पौधारोपन, आहर-पोखर निर्माण, पशु शेड, कुआं का जीर्णोद्धार सहित अन्य कार्यों में लगे मजदूरों की उपस्थिति मोबाइल एप एनएमएसएस से दर्ज कर रहीं है। जीविका मेट उपस्थिति दर्ज करने के साथ कार्यों का आकलन भी कर रही हैं।
बिहारशरीफ नगर में पेयजल का गंभीर संकट, उग्रता पर उतरे लोग
विम्स पावापुरी में चिकित्साकर्मियों के साथ मारपीट, देखें X पर वायरल वीडियो
रोहिणी नक्षत्र की भीषण गर्मी देख मुस्कुराए किसान, 2 जून तक रहेगी नौतपा
BPSC शिक्षकों को नहीं मिलेगें अन्य कोई छुट्टी, होगी कार्रवाई
अब इन शिक्षकों पर केके पाठक का डंडा चलना शुरु, जानें बड़ा फर्जीवाड़ा