बिहार शरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा में शादी के लिए पहुँचे लड़के पक्ष को लड़की पक्ष ने गुरुवार को बंधक बना लिया। मामला दीपनगर थाना क्षेत्र के डुमरावां पंचायत अंतर्गत डुमरांवां महादलित टोले की है। किसी ने इस बात की सूचना स्थानीय पुलिस को दे दी, इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने लड़की पक्ष एवं लड़के पक्ष को अपने साथ लेकर थाने चली गई।
क्या है मामलाः नवादा के अमौनी के रहने वाले रामजन्म मांझी और उनकी पत्नी लक्ष्मीनिया देवी अपने बेटे की बारात लेकर गुरुवार की अहले सुबह करीब 3 बजे नालन्दा के डुमरावां गांव देवशरण मांझी के घर पहुँचे, बारातियों का स्वागत लड़की पक्ष के द्वारा पूरे धूमधाम से किया गया।
जब शादी की रस्म शुरू होने वाली थी तभी तय लड़के की जगह जब दूसरे लड़के को दूल्हा बताया जाने लगा तो विवाद बढ़ गया। लड़की पक्ष ने यह कहते हुए शादी से इंकार कर दिया कि जिस लड़के से शादी तय हुई थी उसे लाया जाए।
इसके बाद लड़के पक्ष के द्वारा मामलें को भटकाने का प्रयास किया जानें लगा। शराती पक्ष को जब यह अंदेशा हो गया कि उन्हें ठगा जा रहा है इसके बाद उनलोगों ने बारात में आए सभी 8 लोगों को बंधक बना लिया और हंगामा करने लगे।
लड़के को नहीं था पता होनी है उसकी शादीः नवादा के अमौनी निवासी उमेश मांझी के 18 वर्षीय पुत्र बबलू कुमार ने बताया कि उसे लक्ष्मीनिया देवी यह कहते हुए अपने साथ लेकर आई कि उसके चाचा के ननिहाल में कोई बीमार है। उसे देखने जाना है।
इसके बाद वह उन लोगों के साथ हो लिया और सीधे शादी में शामिल होने के लिए डुमरावां पहुंच गया। तब तक उसे यह नहीं पता था कि उसे ही जहाँ वह आया दूल्हा बनाया जाएगा। जब उसे कोर्ट पैंट पहना कर शादी के मंडप पर बैठाया जाने लगा तो मामलें का पता चला।
वहीं जब फोन कर युवक के माता-पिता से बात की गई तो वो भी इन बातों से अंजान दिखे। उनलोगों ने बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं दी गई और कुछ काम है यह कह कर लक्ष्मीनिया देवी अपने साथ लेकर गई थी।
परिवार में हादसे की बात बता बारात लेकर आई थी महिलाः लक्ष्मीनिया देवी इतनी शातिर थी कि उसने फोन कर लड़की पक्ष को यह बताया कि उसके परिवार में किसी की मौत हो गई। बारात में कुछ लोग ही आएंगे और जल्दी से शादी विवाह के रस्म को पूरा कर विदा कर दें।
मामाल पकड़ में आने के बाद लक्ष्मीनिया देवी ने बताया कि उनके बेटे ने पहले ही लव मैरिज शादी कर ली थी इस बात की उन्हें जानकारी नहीं थी, शादी तय हो चुका था इसलिए वो गांव के एक लड़के को उसके माता पिता की सहमति से साथ लेकर शादी के लिए आई थी।
लक्ष्मीनिया देवी के पति को भी नहीं थी जानकारीः लक्ष्मीनिया देवी अपने बेटे ओजीर की जगह गांव के ही युवक बबलू को अपने साथ लेकर शादी के लिए आई थी।
वहीं उसके पति रामजन्म मांझी ने बताया कि उन्हें इस मामलें की जानकारी नहीं दी गई थी कि कब उनके बेटे की शादी उनकी पत्नी ने तय कर दिया था और कितने पैसे लिए थे। अचानक उन्हें बुधवार की रात यह बताया गया कि एक शादी समारोह में जाना है और वो अपनी पत्नी के साथ चले आए।
लड़की के पिता ने क्या कहाः लड़की के पिता देवशरण मांझी ने बताया कि लक्ष्मीनिया देवी ने कहा कि उनकी बेटे की नौकरी लग गई है। उन्हें कुछ रुपए की जरूरत है।
इस तरह से उन्होंने करीब 1 लाख 15 हजार रुपए लड़के की माँ को दे दिए। आज जब वे लोग शादी के लिए पहुँचे तो अपने बेटे की जगह गांव के ही एक युवक को लेकर दूल्हा बना ले आएं।
उन्होंने बताया कि बारातियों के स्वागत के लिए उन्होंने सारा इंतजाम कर रखा था। लड़की पक्ष वालों ने उन्हें धोखा दिया और अपने बेटे की जगह किसी और को लेकर पहुँच गई।
उन्होंने कहा कि जो शादी में खर्च हुआ है और बेटे की नौकरी के नाम पर रुपए लिए हैं वह लड़का पक्ष लौटा दें, सूद पर पैसे लेकर बेटी की शादी कर रहे थे।
दीपनगर थाना अध्यक्ष सुनील कुमार जायसवाल ने बतायाः लड़की एवं लड़के पक्ष को थाने पर लाया गया है। जो भी आवेदन प्राप्त होगा अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की तहकीकात में जुटी हुई है।