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    Friday, October 4, 2024
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      NEET पेपर लीक मास्टर माइंड शिव-शुभम की डॉक्टर की डिग्री भी फर्जी

      नालंदा दर्पण डेस्क। NEET पेपर लीक कांड में शामिल दोनों डॉक्टर यानि शिव कुमार और शुभम मंडल पढ़ाई के मामले में सबसे अच्छे माने जाने वाले संस्थान पीएमसीएच का छात्र रहा है। ऐसे में यह खबर उभरकर सामने आई है कि जो युवक कई पेपर लीक कांड जिसमें सिपाही भर्ती, बीपीएससी टीचर्स परीक्षा और नीट के पेपर लीक सरीखे मामले शामिल है, आखिर उसकी खुद की डिग्रियां कितनी सही है।

      शिव कुमार और शुभम मंडल दोनों ही एक साथ पढ़ते थे। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध अनुसंधान इकाई के सामने परत दर परत जो कड़ियां खुल रही है, उसमें यह बात सामने आई है कि इन दोनों ने पेपर लीक के जरिए ही डॉक्टर्स की डिग्रियां हासिल की है।

      जेल से हुई लाइजनिंग से पुलिस के भी होश उड़ेः  बिहार आर्थिक अपराध अनुसंधान इकाई पहले बीपीएससी टीचर्स की परीक्षा के पेपर लीक का खुलासा किया, जिसमें शिवकुमार अपनी महिला मित्र के साथ उज्जैन से पकड़ा गया और जब वह बेऊर जेल में बंद था। इसी बीच नीट का पेपर भी लीक हो गया।

      इसके बाद पुलिस भी चौंक पड़ी कि पेपर लीक कांड का किंगपिन तो जेल में है तो यह काम किसी दूसरे गिरोह ने किया होगा।  मगर जांच का मामला कुछ दूर ही आगे बढ़ा तो राज खुलने लगी की इसकी भी डोर भी शिव कुमार उर्फ बिट्टू से जुड़ते गए।

      इसकी पहली कडी राहुल पासवान से शुरू हुई। राहुल चूंकि कूरियर कंपनी से जुड़ा था और अपनी गाड़ियां किराये पर देता था। ऐसे में उसे जानकारी मिल गई को 38 सेंट्स पर क्वेचन पेपर पहुंचाना है।

      पुलिस सूत्रों के मुताबिक इस पुख्ता जानकारी के बाद राहुल ने जेल में शिव कुमार को खबर दे दी। उसने कहा कि किसी कीमत पर पेपर मिलना चाहिए। इससे यह भी पता चलता है कि उसे कैंडिडेट खोजने में परेशानी तब भी नहीं थी, जब वह जेल में था। और अंततः नवादा जा रहा पेपर नगरनौसा में लीक करा लिया गया।

      राहुल के बारे में पुलिस ने बताया कि वह बिहार सिपाही भर्ती परीक्षा का एग्जामिनी भी था। पेपर लीक भी हुआ। वह सिपाही भी हो जाता, लेकिन उससे पहले ही पेपर लीक की जानकारी पुलिस को मिली और आखिरकार एग्जाम कैंसल हो गया। फिलहाल वह पुलिस की गिरफ्त में है।

      एग्जाम पेपर लीक में पूरा परिवार ही लगा रहाः कई बड़े एग्जाम पेपर लीक पहले भी हुआ है और इसमें पूर्व से ही नालंदा जिले के नगरनौसा थाना अंतर्गत भूतहाखार बलबापर गांव निवासी संजीव सिंह एक्यूज रहा है। शिव कुमार उसका ही बेटा है। यही नही संजीव को मामा कहने वाला राकी भी इस कांड में शामिल रहा है।

      साथ ही हाई फाई फैमिली से आने वाले शिव कुमार की महिला मित्र भी पकड़ी गई है। इस तरह एक परिवार के लोग ही मिल कर कई परीक्षाओं के पेपर लीक कर रहे हैं। इस कड़ी में और भी नाम धीरे धीरे सामने आएंगे।

      संजीब की पत्नी ममता देवी भूतहाखार पंचायत की मुखिया रही है। पेपर लीक कांड से अपार काली कमाई के बीच उसने श्री चिराग पासवान की पार्टी लोजपा के टिकट पर हरनौत विधानसभा चुनाव से चुनाव भी लड़ी। मुखिया से लेकर विधानसभा की चुनाव लड़ने तक ममता देवी ने मीडिया और पब्लिक के बीच पानी की तरह पैसे बहाए।

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