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    Saturday, December 21, 2024
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      अब जीपीएस सिस्टम से यूं सुधरेगी पर्यटक शहर राजगीर की सफाई व्यवस्था

      राजगीर (नालंदा दर्पण)। अब राजगीर नगर परिषद की सफाई व्यवस्था को चुस्त-दुरूस्त करने के साथ कर्मियों व वाहनों पर कड़ी निगरानी की जायेगी। इस बाबत नगर परिषद की सभी गाड़ियों को जीपीएस से लैस किया जायेगा। इसमें कूड़ा ढ़ोने वाली गाड़ी भी शामिल होगा। नगर के सफाईकर्मियों को भी जीपीएस द्वारा ट्रैक किया जायेगा।

      पर्यटक शहर राजगीर की सफाई व्यवस्था को मानक अनुकूल बनाने और चुस्त दुरुस्त रखने के लिए यह कार्ययोजना बनाया गया है। नगर परिषद क्षेत्र की सफाई व्यवस्था यहां की ख्याति के अनुसार बेहतर बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

      संविदाकर्मी और आउटसोर्सिंग सफाई कर्मियों की निगरानी और जीपीएस द्वारा ट्रैक किया जायेगा। सफाई कर्मचारियों को छोटी डिवाइस दी जायगी। कर्मी डिवाइस को अपनी कलाई पर घड़ी की तरह पहन कर रखेंगे या फिर पॉकेट में लेकर चलेंगे। जैसे ही सफाईकर्मी अपना एरिया में पहुंचेंगे या छोड़ेंगे या फिर नहीं पहुंचेंगे तो कंट्रोल रूम पर मैसेज पहुंचना शुरू हो जायगा।

      इसी तरह सभी वाहनों की भी निगरानी रखी जायगी। समय पर गाड़ी चली या नहीं, कचरा प्वाइंट पर गाड़ी पहुंची या नहीं के साथ अनावश्यक तेल की खपत की भी इससे निगरानी की जाएगी। इसके लिए सभी वाहनों में जीपीएस साथ सेंसर लगाये जायेंगे।

      नगर परिषद के वाहनों में अभी सिर्फ जीपीएस सिस्टम लगा हुआ है। इससे सिर्फ दूरी और गाड़ी कहां है। इसकी जानकारी मिल रही है। लेकिन जब वाहनों में जीपीएस के साथ सेंसर लगा दिया जायेगा, तब वाहनों के परिचालन के साथ तेल के खपत की भी निगरानी हो सकेगी।

      राजगीर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी संतोष कुमार ने बताया कि सफाई व्यवस्था के साथ वाहनों के परिचालन पर नजर रखने के लिए यह व्यवस्था की जा रही है। कचरा प्वाइंट से कचरा का उठाव, कर्मियों की ड्यूटी व अनावश्यक तेल की खपत पर कार्यालय से ही निगरानी करने के लिए यह व्यवस्था की गयी है।

      सूत्रों के अनुसार वाहनों के साथ वाहनों के डीजल टंकी में भी सेंसर लगाने की तैयारी नगर परिषद प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। सेंसर लगने के बाद यदि अचानक तेल में कमी होगी, तो तुरंत अधिकारी के मोबाइल पर मैसेज आ जाएगा।

      किस गाड़ी में कितना तेल था और कितनी देर बाद तेल कितनी कम हो गई है। निगरानी की इस व्यवस्था से तेल की फिजूलखर्ची पर आसानी से नियंत्रण किया जा सकेगा। यह सिस्टम कारगर साबित हुआ तो निगम के खर्च में काफी बचत होगी।

      कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि नगर परिषद के बिना नम्बर के सभी गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन के लिए नियमानुसार जिला परिवहन कार्यालय में विहित प्रपत्र में आवेदन दाखिल किया गया है। रजिस्ट्रेशन बाद नगर परिषद के सभी गाड़ियों के नम्बर में नम्बर प्लेट लगा दिया जायेगा। इससे बिना नम्बर प्लेट के गाड़ियों का परिचालन पर विराम लग जायेगा।

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