बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली विभाग द्वारा स्मार्ट मीटर लगाने का अभियान शुरू करने की तैयारी पूरी कर ली गई है। अब ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली उपभोक्ताओं के परिसरों में भी जल्द ही स्मार्ट प्री-पेड मीटर देखने को मिलेगें।
इस कार्य के लिए स्मार्ट मीटर लगाने के लिए एजेंसी का भी चयन कर लिया गया है। गुड़गांव के इंटेली स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड को नालंदा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के बिजली उपभोक्ताओं के परिसरों में स्मार्ट मीटर लगाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इसके साथ ही साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के अभियंताओं एवं अधिकारियों को ट्रेनिंग भी दी जा चुकी है। इस ट्रेनिंग में करीब 115 से 120 इंजीनियर व अधिकारी शामिल हुए।
प्राप्त खबर के अनुसार नालंदा जिले के ग्रामीण इलाकों के करीब चार लाख बिजली उपभोक्ताओं के परिसरों में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। स्मार्ट मीटर के लग जाने से बिजली कंपनी को न तो बिजली बिल कलेक्शन का झंझट रहेगा और न ही उपभोक्ताओं को समय से बिजली बिल नहीं मिलने या रीडिंग में गड़बड़ी की शिकायत रहेगी।
अब वे शहरी विद्युत उपभोक्ताओं की तरह जितने का रिचार्ज होगा, उतनी ही बिजली मिलेगी। स्मार्ट प्री-पेड मीटर के लगने से उपभोक्ताओं के साथ साथ ही विभाग को भी फायदा होगा।
शहरी क्षेत्र में करीब 42 हजार उपभोक्ताओं के लगे हैं स्मार्ट मीटरः फिलहाल पहले चरण में बिहारशरीफ शहरी क्षेत्र में करीब 42 हजार उपभोक्ताओं के परिसरों में स्मार्ट मीटर लगाए हैं।
दूसरे चरण में ग्रामीण क्षेत्रों में करीब चार लाख उपभोक्ताओं के परिसरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जाने हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्ट प्री-पेड मीटर लग जाने के बाद बिजली कंपनी को मीटर रीडिंग कर बिलिंग कराने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
ऐसे इलाकों में पहले स्मार्ट मीटर: नालंदा जिले के वैसे ग्रामीण क्षेत्रों में जहां बिजली चोरी या लाइन बर्बाद की शिकायत अधिक है, वहां पहले स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाए जाने की योजना है।
स्मार्ट मीटर लग जाने के बाद बिजली चोरी पर लगाम लगाने में मदद मिलेगी। ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ता भी अब मोबाइल की तरह अपने स्मार्ट मीटर को रिचार्ज कर बिजली का उपयोग कर सकते हैं।
बिजली चोरी रोकने में मिलेगी मददः साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के बिहारशरीफ कार्यपालक अभियंता के अनुसार नालंदा जिले में करीब 18 से 22 प्रतिशत बिजली बर्बाद हो रही है। इस पर लगाम लगाने में स्मार्ट प्रीपेड मीटर से मदद मिलेगी।
इससे उपभोक्ता जितने का अपना मीटर रिचार्ज करेंगे, उतने की बिजली का उपयोग करेंगे। रिचार्ज खत्म हो जाने के बाद बिजली आपूर्ति स्वत: बंद हो जाएगी और मीटर के रिचार्ज होने के बाद बिजली आपूर्ति फिर से चालू हो जाएगी।
भाभी संग अवैध संबंध का विरोध करने पर पत्नी की हत्या
सीएम नीतीश के गांव-जेवार में एक स्कूल के 5 शिक्षकों की निर्मम पिटाई, जाने सनसनीखेज मामला
नालंदा के गांवो में भी युवा वर्ग के लिए है रोजगार की अपार संभावनाएं
फेसबुक पर देखिए एक युवती के अजब प्रेम की गजब कहानी
जर्जर सड़क को लेकर भड़के दर्जनों गांव के ग्रामीण, चुनाव में देंगे वोट की चोट
Yes