बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिला मुख्यालय अवस्थित बिहारशरीफ सदर अस्पताल में उस समय अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई, जब एक हादसा की शिकार वृद्धा के शव के सामने उसके परिजन सरकारी मुआवजा को लेकर आपस में उलझने लगे।
दरअसल, पिछले 6 सालों से लगातार अपने परिवार से दूर फुटपाथ पर रहने वाली वृद्ध महिला दुलारी देवी को सोने के दौरान एक बारात वाहन ने देर रात कुचल दिया। जिससे उसकी दर्दनाक मौत घटनास्थल पर ही हो गई।
बताया जाता है कि पिछले 6 सालों से वृद्ध महिला का कोई भी रिश्तेदार अपने पास में रखने को तैयार नहीं था। जिसके कारण वह मोगलकुआं टीओपी के गेट के पास 6 सालों से अपना आशियाना बनाकर निवास कर रही थी।
इसी बीच बीती देर रात मोगलकुआं के एक निजी मैरिज हॉल में बारात आई हुई थी और उस बारात में शामिल एक वाहन चालक के द्वारा महिला को कुचल दिया। जिससे महिला की मौके पर ही मौत हो गई।
महिला की मौत के बाद कई घंटे तक उसका शव खुले आसमान के नीचे पड़ा रहा। वृद्ध महिला की मौत के बाद जैसे ही मुआवजे की जानकारी मृतक के पुत्र को लगी तो उसने मुआवजा पर दावा ठोक दिया। इसी मुआवजे की राशि को लेकर घटनास्थल और सदर अस्पताल में भी दोनों परिवार आपस में उलझते दिखे।
कितनी अमानवीय बात है कि जिंदा रहने पर जिस पुत्र और पुत्रवधु ने महिला की कोई सुधबुध न ली। वृद्धा सड़क फुटपाथ पर गुजारा करती रही। लेकिन जब वह नहीं रही तो जब उसकी लाश पर मुआवजा की बात सामने आई तो परिजन आपस में ही उलझते नजर आए।
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