बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। गरीबों को निःशुल्क इलाज की सुविधा के लिए सरकार ने गोल्डेन कार्ड बनाने का निर्देश दिया गया है। पहले से बहुत सारे लोग इसका लाभ ले रहे है। जिले में भी वैसे लोग जो इसके हकदार है और कार्ड से वंचित है, उन्हें कार्ड बनाया जा रहा है।
इसके लिए मार्च महीने में विशेष अभियान चलाया गया था और एक माह में 5 लाख 65 हजार 466 आयुष्मान कार्ड बनाये गये थे, जबकि जिले में 22.61 लाख लोगों का गोल्डेन कार्ड बनाने का लक्ष्य है। इसके विरुद्ध 8.90 लाख कार्ड बनाया जा चुका है, जो लक्ष्य का 40 फीसदी है।
आयुष्मान भारत योजना से संबद्ध देश के किसी भी निजी क्लीनिकों में कार्डधारी हर साल अपने परिवार का पांच लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज करा सकता है। चार मार्च 2024 से आशा कार्यकर्ता व आंगनबाड़ी सेविका और सेविक ओं को भी इस योजना से जोड़ा गया है। लाभुक अपना आधार नंबर, पीएम की पाती, आशा या अन्य का पहचान पत्र, मोबाइल नंबर के साथ इन केंद्रों पर जाकर अपना कार्ड बनवा सकता है।
आभा नंबर व आयुष्मान कार्ड दोनों अलग-अलग योजना है। किसी के झांसे में लोग न आएं। सारी व्यवस्था ऑनलाइन है। इस वजह से इसमें कोई फेर बदल नहीं किया जा सकता है। लाभुक खुद भी इसकी जांच कर अपना कार्ड बना सकते हैं। इसके लिए कोई शुल्क नहीं देना है।
ऐसे बना सकते हैं आयुष्मान ऐप से कार्डः एंड्रॉयड फोन पर प्ले स्टोर पर जाकर सबसे पहले ‘आयुष्मान’ एप को डाउनलोड करें। डाउनलोड करने के बाद इसे ओपेन करें। ओपेन करते ही लॉग इन का ऑप्शन आएगा। इसके लिए आप 10 अंकों वाला अपना मोबाइल नंबर डालें। नंबर डालते ही वेरीफाई को क्लिक करें। क्लिक करते ही संबंधित नंबर पर ओटीपी जाएगा। ओटीपी डालकर लॉग इन को क्लिक करें।
लॉग इन करते समय पेज पर बेनेफेसरी को टिक अवश्य करें। पहली बार लॉग इन करने पर एनएचए एक्सेप्ट का ऑप्शन दिखेगा। उसे ओके करें ओके करते ही नया पेज खुल जाएगा। नए पेज पर लाभुक का मोबाइल नंबर डालें। वहां भी वेरीफाई का ऑप्शन दिखेगा। वेरीफाई करते ही उस नंबर पर छह अंकों वाला ओटीपी जाएगा। इसे पेज पर डाल दें। इसके नीचे लिखे कैप्चा को भी लिख दें।
इसके बाद फिर लॉग इन के ऑप्शन को क्लिक करें। तब सर्च फॉर बेनेफेसरी ऑप्शन को क्लिक करें। नंबर मैच करते ही एक नया पेज खुलेगा। वहां पीएमजेएवाई के साथ ही अन्य जानकारियों को डालें। इसके बाद आपसे राशन कार्ड नंबर, मोबाइल नंबर, आधार नंबर, नाम, शहरी या ग्रामीण समेत अन्य जानकारियां पूछी जाएंगी। इसे डालने पर इसके सत्यापन के लिए आधार नंबर से लिंक्ड फोन पर ओटीपी जाएगा।
ओटीपी डालने के बाद सत्यापन के लिए फेस ऑथेंटिकेशन करना होगा। सत्यापित होते ही आपको मोबाइल पर ओके दिखेगा। यानि आपका आवेदन स्वीकृत हो चुका है। इसके कुछ देर बाद आप अपना कार्ड इसी एप के माध्यम से डाउललोड भी कर सकते हैं। यानि आपका कार्ड बन चुका है।
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