अन्य
    Saturday, July 27, 2024
    अन्य

      अब अपने पंचायत के उमावि में ही होगी नौवीं कक्षा के बच्चों का नामांकन

      बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। आठवीं उत्तीर्ण बच्चों का नौवीं कक्षा में एक अप्रैल से नामांकन आरंभ होने वाला है। उनके नामांकन के लिए शिक्षा विभाग द्वारा गाइडलाइन जारी किया गया है। आठवीं उत्तीर्ण बच्चों को अपने ही पंचायत के उच्च माध्यमिक विद्यालय में नामांकन कराना अनिवार्य किया गया है। इसके लिए विभागीय स्तर पर प्रचार-प्रसार कराने का आदेश जारी किया गया है।

      माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव द्वारा सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को जारी निर्देश में कहा गया है कि आठवीं उतीर्ण बच्चों का नामांकन अपने ही पंचायत के उच्च माध्मयिक विद्यालय में करायें। सभी ग्रामीण उच्च माध्यमिक विद्यालयों में पर्याप्त शिक्षकों का पदस्थापन किया गया है। अब बच्चों को अपनी पंचायत से बाहर पढ़ने के लिए जाने की जरुरत नहीं है।

      विशेष परिस्थिति में अभिभावकों के अनुरोध नौवीं कक्षा में पंचायत से बाहर के स्कूल में नामांकन लिया जायेगा। इसके लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा विद्यालय स्थानांतरण प्रमाणपत्र पर प्रति हस्ताक्षर अनिवार्य होगा। इसका एकमात्र उद्देश्य है कि बच्चे अपनी ही पंचायत के विद्यालयों में पढ़ाई करें।

      उच्च माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को कहा गया है कि वह सुनिश्चत करेंगे कि दूसरी पंचायत के विद्यालय के आठवीं उत्तीर्ण विद्यार्थियों का नामांकन नहीं हो। यह भी हिदायत दी गयी है कि आठवीं की वार्षिक परीक्षा में शामिल नहीं होने वाले विद्यार्थियों का नामांकन नौवीं कक्षा में नहीं करें। क्योंकि वैसे विद्यार्थी फर्जी होते हैं। सिर्फ सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए नामांकन चाहते हैं।

      पंचायत में ही उमावि शिक्षा की हुई व्यवस्थाः सरकार द्वारा प्रत्येक पंचायत में उच्च माध्यमिक विद्यालय की सुविधा उपलब्ध है। इसका एकमात्र उद्देश्य पंचायत के बच्चों को नौवीं कक्षा की पढ़ाई के लिए अधिक दूरी तय नहीं करनी पड़े। प्रत्येक पंचायत के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में बीपीएससी क्वालीफाई अध्यापकों की नियुक्ति की गयी है। उनके अलावे पहले से कार्यरत शिक्षक भी विद्यालयों में उपलब्ध हैं। इन विद्यालयों में आवश्यक आधारभूत संरचना विकसित किया गया है।

      मिडिल स्कूल अपने ही पंचायत के उमावि से होगा टैग: बच्चों के अभिभावकों को नामांकन कराने में असुविधा नहीं हो। इसके लिए जारी गाइडलाइन में कहा गया है कि आदेश का व्यापक प्रचार प्रसार कराया जाय। किसी को नौवीं कक्षा में पढ़ने के लिए दूर जाना नहीं पड़े।

      छात्राओं का नामांकन शतप्रतिशत सुनिश्चित कराने का आदेश दिया गया है। प्रत्येक उच्च माध्यमिक विद्यालय में विषयवार कमजोर विद्यार्थियों के लिए विशेष वर्ग की व्यवस्था है।

      एचएम को सख्त निर्देश दिया गया है कि कक्षा नौवीं में केवल अपने ही पंचायत के छात्र-छात्रओं का नामांकन सुनिश्चित करें। मध्य विद्यालयों को अपने पंचायत के है उच्च माध्यमिक विद्यालय से टैग करने का निर्देश दिया गया है।

      प्रति हस्ताक्षरित टीसी बिना नहीं होगा दूसरे पंचायत में नामांकनः एचएम सुनिश्चित करेंगे कि दूसरे पंचायत के आठवीं उत्तीर्ण बच्चों का नामांकन नहीं हो रहा है। यदि ऐसा स्थानांतरण प्रमाण-पत्र साथ नामांकन हेतु कोई छात्र-छात्रा आते हैं तो प्रधानाध्यापक द्वारा नामांकन तब तक नहीं लिया जाएगा

      जबतक उक्त स्थानांतरण प्रमाण-पत्र को डीईओ द्वारा प्रतिहस्ताक्षरित नहीं किया जाता है। किसी भी परिस्थिति में आठवीं की वार्षिक परीक्षा में शामिल हुए बगैर नौवीं कक्षा में नामांकन नहीं होगा।

      बीइओ सह डीपीओ मो. शहनवाज के अनुसार नौवीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चों का नामांकन अब अपनी ही पंचायत के उमावि होगी। नामांकित बच्चों की संख्या के अनुसार कमरों का निर्माण कराया जायेगा।

      तत्काल कमरों की आवश्यकता होने पर प्री-फैब स्ट्रक्चर का निर्माण के साथ शौचालय, पेयजल की समुचित व्यवस्था की जायेगी। उपस्करों की कमी होने पर संबंधित विद्यालय में बेंच डेस्क आपूर्ति सुनिश्चित कराया जायेगा।

      देसी कट्टा के साथ शराब पीते युवक का फोटो वायरल, जानें थरथरी थानेदार का खेला

      नालंदा जिला दंडाधिकारी ने इन 48 अभियुक्तों पर लगाया सीसीए

      राजगीर नेचर-जू सफारी समेत केबिन रोपवे का संचालन बंद

      नालंदा में 497 हेडमास्टर का वेतन बंद, शोकॉज जारी, जानें क्या है मामला

      बिहारशरीफ पहुंची IG गरिमा मल्लिक, SP समेत पुलिस अफसरों की लगाई क्लास

      संबंधित खबर

      error: Content is protected !!