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    Thursday, October 17, 2024
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      VIMS Pavapuri: अब यहां तुरंत होगी एचआईवी, हेपेटाइटिस और डेंगू जैसे संक्रमण की पहचान

      बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। भगवान महावीर आयुर्विज्ञान संस्थान पावापुरी (VIMS Pavapuri) के माइक्रोबायोलॉजी डिपामेंट में प्राचार्य डॉ. सर्बिल कुमारी अधीक्षक डॉ. अरुण कुमार सिन्हा एवं डॉ. राजेश नारायण ने फीता काटकर एलीशा लैब का उद्घाटन किया गया है। बहुप्रतीक्षित एलिसा जांच मशीन से अब कम समय में खून में पनपे एचआईवी, हेपेटाइटिस बी, सी और डेंगू जैसे संक्रमण की पहचान तीन घंटे के भीतर की जा सकेगी।

      इस मशीन के लग जाने से अब एचआइवी हेपेटाइटिस सहित अन्य बीमारियों की जांच की पुष्टि के लिए सैंपल अन्य जगह नहीं भेजना पड़ेगा और मरीजों की जांच का परिणाम जल्द मिल जाया करेगा। पहले अस्पताल में एंटीजन किट के जरिए इन संक्रामक बीमारियों की जांच की जाती थी, जो मात्र 70 प्रतिशत ही कामयाब था और कुछ छुपे वायरस का पता नहीं लग पता था। नई मशीन द्वारा अब 95 प्रतिशत जांच रिपोर्ट की पुष्टि अस्पताल से होगा।

      आधुनिक एलीसा मशीन अस्पताल में आने वाले एचआईवी संक्रमित और एड्स के रोगियों की मुकम्मल जांच में मशीन काफी मददगार होगी। अस्पताल में यह जांच व्यवस्था नहीं होने की वजह से हर हफ्ते दर्जनों मरीजों का सैंपल हायर सेंटर भेजना पड़ता था।

      चूंकि वहां अन्य जिलों से भी सैंपल आते हैं, इसलिए रिपोर्ट आने में समय लगता था। इससे मरीजों का इलाज प्रभावित होता था और एक दूसरे में फैलने का खतरा बना रहता था। अब एलीसा मशीन का ट्राई रन खत्म गया है और इसके साथ ही मशीन के द्वारा मरीजों के ब्लड सैंपल की जांच होनी शुरू हो जायेगी।

      प्राचार्य डॉ सर्बिल कुमारी के अनुसार मरीजों को बेहतर इलाज मुहैया कराने की दिशा में लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। इससे मरीजों को गंभीर संक्रमण से बचाने में मदद मिलेगी। जल्द ही मशीन की शुरुआत होगी। नालंदा शेखपुरा नवादा जमुई समेत अन्य जिलों से मरीज यहां पर इलाज के लिए आते हैं। उन्हें अस्पताल में बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो इसके लिए अस्पताल हमेशा तत्परता से कार्य करता है।

      वहीं, माइक्रोबायोलॉजी डिपार्मेट के विभागाध्यक्ष डॉ अमित कुमार आनंद के अनुसार इस मशीन से प्रतिदिन एक बार में 94 सैंपल की जांच की सकेगी। जांच रिपोर्ट की पुष्टि के पश्चात मरीजों को समय रहते चिकित्सकों द्वारा बेहतर इलाज किया जायेगा।

      इस विधि द्वारा एचआईवी हेपेटाइटिस बी, सी और डेंगू चीकनगुनिया, मिजिल्स, रुबेला, जेई इत्यादि बीमारियों का बहुत कम समय में जांच पुष्टि रिपोर्ट प्राप्त किया जाएगा। साथ ही एलाइजा मशीन के साथ इसमें रीडर वॉशर, आवश्यक किट, यूपीएस और प्रिंटर भी लगा है। इससे काम जल्दी होगा। इस मशीन की खासियत यह है कि इससे तीन घंटों में ही मरीजों की रिपोर्ट मिल जायेगी।

      इस अवसर पर डॉ. इम्तियाज अहमद, डॉ. राजेश नारायण डॉ. अशोक कुमार राउत, डॉ. त्रिनयन कुमार चक्रवर्ती, डॉ. जैकी जमा, डॉ. अरुण कुमार सिंह, डॉ. वाई के सहाय सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित थे।

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