बिहार शरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृह जिले नालंदा मुख्यालय अवस्थित बिहार शरीफ सदर अस्पताल एक आईएसओ प्रमाणित चिकित्सा केन्द्र है। यहाँ आए दिन हैरतअंगेज सूचनाएं सामने आते रहते हैं।
इस अस्पताल की हालत यह है कि यहाँ मरीज को व्हील चेयर की जगह मूविंग स्टूल के सहारे काम चलाना पड़ रहा है। करोड़ों रुपए खर्च के बाद भी बिहार शरीफ सदर अस्पताल में मरीजों के लिए उचित व्यवस्थाओं का घोर अभाव दिखता है।
दरअसल, जब सदर अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा एक मरीज को व्हील चेयर की जगह मूविंग स्टूल के सहारे वार्ड की ओर ले जाते दिखे तो वहां पर मौजूद कुछेक मीडियाकर्मी ने जब इस कमजोर व्यवस्था का वीडियो बनाना शुरू किया।
इस पर नाराज होकर एक चिकित्सक ने पत्रकारों पर भड़कते हुए अवैध वसूली का बिजनेस करने का गंभीर आरोप लगाया। चिकित्सक ने पत्रकारों को वीडियो डिलीट करने की भी हिदायत दी।
इधर पत्रकारों ने चिकित्सक के आरोपों का खंडन किया और कहा कि वह केवल अपना कर्तव्य का पालन कर रहे हैं।
वहीं इस संबंध में नालंदा सिविल सर्जन अविनाश कुमार सिंह का कहना है कि मरीज खुद मूविंग स्टूल पर आकर बैठ गया होगा और जल्दी बाजी में चिकित्सकों से इलाज के लिए वार्ड तक ले जा रहे होंगे। इसमें किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं है।
सिविल सर्जन ने यह भी कहा कि उनके पास चिकित्सकों की कमी है। बावजूद वे किसी तरह अपना काम बाखूबी कर रहे हैं।
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