बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। इन दिनों पूरा नालंदा जिला हीट वेब से गुजर रहा है और भीषण गर्मी से बचाव के लिए जिला दंडाधिकारी द्वारा 23 अप्रैल से 30 अप्रैल तक जिले के सरकारी-गैर सरकारी विद्यालय के साथ हीं कोचिंग, आंगनबाड़ी केंद्रों का परिचालन पूर्वाह्न 11:30 बजे से अपराह्न 04:00 बजे तक प्रतिबंधित किया है।
बावजूद इसके जिले के सुदूर क्षेत्रों को तो छोड़ दें, बिहारशरीफ नगर में पूरे दिन भीषण गर्मी में निजी विद्यालय के साथ हीं कोचिंग खुला रह रहा है।
जबकि आपदा प्रबंधन विभाग ने जारी गाइडलाइन में कहा है कि गर्मी के मौसम में बिहार में भीषण गर्मी के साथ लू चलने की प्रबल आशंका बनी रहती है। इसके कारण जन-जीवन प्रभावित होता है। मौसम विभाग एवं आपदा प्रबंधन पटना द्वारा भी लू को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।
जिला प्रशासन ने भी नौनिहालों के हित में फैसला तो लिया है, लेकिन स्कूल संचालक इसे मानने को तैयार नहीं है। जिले का अधिकतम तापमान 44 डिग्री के पार पहुंच गया है। भीषण गर्मी से लोग बुरी तरह तबाह हैं, लेकिन निजी स्कूल का परिचालन देर तक हो रहा है। बच्चे धूप में दोपहर बाद तक अपने घर आते दिख रहे है या फिर स्कूली वाहनों में भीषण गर्मी में तप रहे हैं।
आश्चर्य है कि निजी कोचिंग दिन के 12, 01, 02 बजे तक खुले देखे जा रहे हैं। विभिन्न कोचिंगों में बच्चों के आने-जाने का सिलसिला लगा रहता है। जिला प्रशासन के आदेश का इन कोचिंग संस्थानों पर कोई असर नहीं दिख रहा है।
ऐसे नालंदा जिले में प्राइवेट स्कूल और कोचिंग संस्थान की संख्या वास्तव में कितनी है। इसका सही डाटा शिक्षा विभाग के पास भी उपलब्ध नहीं है। हालांकि शिक्षा विभाग से 625 निजी विद्यालय निबंधित बताए जाते है। यहां ढेर सारे ऐसे विद्यालय है, जो बगैर निबंधन के चल रहे है। जहां तक कोचिंग की बात करें तो शिक्षा विभाग के आंकड़े के अनुसार एक भी कोचिंग संस्थान नहीं है, लेकिन अकेले बिहारशरीफ शहर में 500 से अधिक कोचिंग संस्थान होने का अनुमान है।
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