नालंदा दर्पण डेस्क। अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थली राजगीर नगर में भ्रष्टाचार का एक नया मामला सामने आया है। यहाँ होटलों से ठोस अपशिष्ट कूड़ा उठाव के बदले आउटसोर्सिंग द्वारा धन की वसूली की जाती रही है। लेकिन उनके द्वारा नगर परिषद में धन जमा करने के बजाय गबन किया जाता रहा है। इसका खुलासा स्वयं कार्यपालक पदाधिकारी सह सहायक समाहर्ता द्वारा किया गया है।
इसके पहले से ही डीएम शशांक शुभंकर ने राजगीर नगर परिषद में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया है। एक के बाद एक भ्रष्टाचार और वित्तीय अनियमितता की कलई खुल रही है।
डीएम द्वारा गठित जिला निगरानी धावा दल दस्तावेजों को एक तरफ खंगालने और विभागीय योजनाओं को जांचने परखने में जुटी है, तो दूसरी तरफ आरईओ के कार्यपालक अभियंता ब्रजेश कुमार धरातल पर योजनाओं की लंबाई-चौड़ाई और गुणवत्ता की खोज में जुटे हैं। इधर एक और नया वित्तीय भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। वह आउटसोर्सिंग से जुड़ी है।
सहायक समाहर्ता सह नगर कार्यपालक पदाधिकारी प्रशिक्षु आईएएस दिव्या शक्ति द्वारा आउटसोर्सिंग एजेंसी लखमिनियों, वार्ड संख्या 18 जिला बेगूसराय के संवेदक दीपक कुमार शर्मा को नोटिस देकर 24 घंटे के अन्दर जबाब तलब किया गया है। चेतावनी दी गयी है कि पूर्व में दिये गये निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कर शीघ्र अपना पक्ष रखें। अन्यथा उनके खिलाफ विधि सम्मत कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
कार्यपालक पदाधिकारी के इस पत्र से नगर परिषद में नया हड़कंप मच गया है। एक के बाद एक कलई खुलने से अधिकारी से कर्मचारी तक की धड़कने लगातार तेज हो रही है।
कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा आउटसोर्सिंग को दिया गया समय रविवार को समाप्त हो गया है। सोमवार को उनके द्वारा कौन सी कार्रवाई की जाती है। इस पर सब की नजर लगी है।
उधर डीएम द्वारा जिला निगरानी धावा दल को जांच कर एक सप्ताह में रिपोर्ट मंतव्य सहित देने का आदेश दिया गया था। वह समय भी पूरा हो गया है। फिलहाल जांच प्रभावित नहीं हो, इसलिए नगर परिषद के स्थायी कार्यपालक पदाधिकारी मो. जफर इकबाल को नगर पंचायत, गिरियक में प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया है।
कार्यपालक पदाधिकारी सह सहायक समाहर्ता दिव्या शक्ति ने कहा है कि 5 दिसम्बर को सफाई कार्य की समीक्षा के दौरान यह बात प्रकाश में आयी है कि आपके एजेंसी (दीपक कुमार शर्मा, आउटसोर्सिंग) द्वारा नगर परिषद, राजगीर के क्षेत्रान्तर्गत के होटलों से उपभोग शुल्क के रूप में प्रतिमाह राशि की वसूली की जाती है। परन्तु उनके द्वारा वसूल की गयी राशि को नगर परिषद के कार्यालय में जमा नहीं किया गया है।
कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा पुनः 08 दिसम्बर को वसूली गयी राशि से संबंधित सम्पूर्ण विवरणी यथा कुड़ा संग्रहित होने वाले होटलों की संख्या और उपभोग शुल्क वसूली से संबंधित संधारित पंजी, पर्यवेक्षक से संबंधित विवरणी आदि उपलब्ध कराने के लिए आउटसोर्सिंग एजेंसी के ठेकेदार दीपक कुमार शर्मा को आदेशित किया था।
लेकिन आउटसोर्सिंग एजेंसी के ठेकेदार द्वारा कार्यपालक पदाधिकारी के नोटिस का जवाब अब तक नहीं मिली है।
कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा पुनः 15 दिसम्बर को दूरभाष पर उक्त से संबंधित विवरणी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। परन्तु उनके (आउटसोर्सिंग एजेंसी ठेकेदार दीपक कुमार शर्मा) द्वारा बताया गया कि आज संध्या तक उपलब्ध कराने की कोशिश करूगाँ। लेकिन अब तक उपलब्ध नहीं कराया जा सका है।
इससे स्पष्ट होता है कि आउटसोसिंग द्वारा पूर्व में ठोस अपशिष्ट कूड़ा उठाव के लिए वसूले गये उपभोग शुल्क की राशि का गबन किया गया है। कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा नगर परिषद के सभापति, उप सभापति और सशक्त स्थायी समिति को भी पत्रों की प्रतिलिपि सूचनार्थ भेजी गयी है।
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