पावापुरी (नालंदा दर्पण)। नालंदा जिला अंतर्गत पावापुरी अवस्थित भगवान महावीर आयुर्विज्ञान संस्थान अस्पताल में अस्पताल कर्मियों की उस समय बड़ी लापरवाही देखने के मिली, जब एक प्रसव के लिए अस्पताल पहुंची महिला को गलियारे में ही बच्चे को जन्म देना पड़ा.
तेतरावां गांव निवासी नीलेश साव की पत्नी बबली देवी को लेबर रूम तक ले जाने के लिए न तो स्ट्रेचर मिला और न ही व्हीलचेयर.
प्रसव पीड़ा से कराहती प्रसुता जब खुद पैदल अस्पताल के रजिस्ट्रेशन काउंटर से प्रथम तल पर जाने के लिए मुश्किल से 20 कदम भी बढ़ाया होगा कि वहीं फर्श पर बैठ गई और वहीं मोबाइल की रौशनी में बच्चा को जन्म दे दी.
हालांकि आईसीयू विभाग में कार्यरत एक जीएनएम नर्स की जैसे ही नजर पड़ी, वह जच्चा बच्चा की देखभाल में जुट गई.
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