बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। बिहार शिक्षा विभाग के नए अपर मुख्य सचिव के निर्देश पर नालंदा जिले में अब निरीक्षी अधिकारियों तथा कर्मियों के द्वारा आवंटित स्कूलों की जांच के दौरान तीन पृष्ठ का फॉर्मेट भरा जाएगा।
इस फॉर्मेट में विद्यालय की आधारभूत संरचना, छात्र-शिक्षक के अनुरूप विद्यालय में वर्ग कक्ष की संख्या, विद्यालय भवन का रंग रोगन, किचन शेड, गैस चूल्हा तथा थाली की उपलब्धता, छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय आदि की जांच रिपोर्ट भरनी होगी।
वहीं विद्यालय तथा शौचालय की स्वच्छता, पेयजल की सुविधा, विद्यालय में मौजूद उपस्कर, प्रयोगशाला, पुस्तकालय, आईसीटी लैब आदि का नियमित उपयोग, विद्यालय में बिजली की उपलब्धता, कमरों में पंखे, ट्यूबलाइट तथा बल्ब की उपलब्धता, विद्यालय में खेल का मैदान, खेल सामग्री की उपलब्धता आदि की भी जांच की जाएगी।
इसी प्रकार विद्यालय में समय सारणी के अनुसार पढ़ाई, एफएलएन किट की उपलब्धता कक्षावार विद्यार्थियों का नामांकन, निरीक्षण के समय उपस्थिति, विद्यार्थी के यूनिफॉर्म आदि की भी जांच की जाएगी। इसी प्रकार विद्यालय में संचालित मध्यान भोजन योजना, छात्र- छात्राओं के आधार कार्ड बनाए जाने की स्थिति, बच्चों को होमवर्क दिए जाने तथा पर विभिन्न परीक्षाओं के उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन आदि की जांच होगी।
विद्यालय में नियुक्त शारीरिक शिक्षक, संगीत शिक्षक, नृत्य शिक्षक तथा ललित कला विषय के शिक्षकों की गतिविधियों की भी जांच की जाएगी। हर तीन माह पर निरीक्षी अधिकारियों के आवंटित स्कूलों में बदलाव किया जाएगा।
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