विम्स कर्मियों के साथ मारपीट के बाद इमरजेंसी सेवा ठप, जानें पूरा मामला

पावापुरी (नालंदा दर्पण)। भगवान महावीर आयुर्विज्ञान महाविद्यालय (विम्स) पावापुरी में चिकित्साकर्मियों के साथ हुई मामला तूल पकड़ता जा रहा है। आक्रोशित विम्स कर्मियो ने मुख्य द्वार में तालाबंदी करते हुए इमरजेंसी ओपीडी सेवा बंद बद कर दी है।

बताया जाता है कि भगवान महावीर आयुर्विज्ञान महाविद्यालय (विम्स) के चिकित्साकर्मियों के साथ एक मृत के परिजनों ने कुछ बाहरी तत्वों के साथ मिलकर शनिवार को दौड़ा-दौड़ाकर मारपीट की गई था। उसी के विरोध में आज रविवार को नाराज विम्सकर्मियों ने मुख्य द्वार पर तालाबंदी कर दी। हालांकि रविवार होने के कारण ओपीडी सेवा वैसे भी बंद रहती है, लेकिन इमरजेंसी सेवा चालू रहती है। यह सेवा बंद होने से लोगों को परेशानी हो रही है।

बता दें कि नालंदा, नवादा और शेखपुरा के मरीज यहां बड़ी संख्या में इलाज के लिए पहुंचते हैं। औसतन इमरजेंसी में हर रोज 100 मरीज आते हैं। रविवार को ओपीडी बंद रहने के कारण यह संख्या बढ़ जाती है। इमरजेंसी में डॉक्टर के साथ मारपीट का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें साफ दिख रहा है कैसे डॉक्टर के साथ हाथापाई की गई।

दरअसल पावापुरी ओपी क्षेत्र के पुरी गांव निवासी स्वर्गीय कमला सिंह के 55 वर्षीय पुत्र सुनील सिंह की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें इलाज के लिए पावापुरी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। इससे परिजन आक्रोशित हो गए और ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर के साथ मारपीट करने लगे।

डॉक्टरों ने बताया कि मरीज को मृत लाया गया था। परिजन मृत्यु प्रमाण पत्र और पर्ची की मांग कर रहे थे। इस कारण मारपीट व हंगामा हो गया। वहीं परिजनों का आरोप था कि डॉक्टर की लापरवाही के कारण मरीज की जान चली गई।

पावापुरी सहायक थाना प्रभारी रवि कुमार गुप्ता ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक की ओर से आवेदन मिला है। इसमें तीन नामजद और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ डॉक्टर के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया गया है। प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। सीसीटीवी फुटेज से अन्य लोगों की पहचान भी की जा रही है।

 विम्स पावापुरी में चिकित्साकर्मियों के साथ मारपीट, देखें X पर वायरल वीडियो

महिला की मौत के बाद अस्पताल में बवाल, तोड़फोड़, नर्स को छत से नीचे फेंका

जानें नालंदा में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी हकीकत

सरकारी स्कूलों में मध्याह्न भोजन योजना के मूल उद्देश्य और समस्याएं

नालंदा के सभी स्कूलों के बच्चों को ताजा अंडा और फल देने का आदेश

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.