नालंदा दर्पण डेस्क। अब नालंदा जिले के किसानों को योजनाओं की जानकारी लेने के लिए अधिक दौड़ लगाने की जरूरत नहीं होगी। उन्हें प्रखंड के चिंहित स्थलों पर ही सरकार की ओर से चलायी जा रही विकासपरक योजनाओं की जानकारी दी जायेगी। इसके लिए कृषि ज्ञान वाहन जिले के तीनों अनुमंडल के चिंहित प्रखंडों में जायेगा। कृषि ज्ञान वाहन 23 मई से 25 मई तक प्रखंडों में दस्तक देने का कार्य शुरू करेगा।
23 को बिहारशरीफ अनुमंडल में कृषि ज्ञान वाहन योजनाओं से अवगत करायेगाः आत्मा के उपपरियोजना निदेशक अविनाश कुमार के अनुसार नालंदा के लिए बामेती बिहार, पटना के नियंत्रण अधीन कृषि ज्ञान वाहन का आगमन 22 मई को होगा। ये वाहन जिले के तीनों अनुमंडल क्रमशः बिहारशरीफ, राजगीर व हिलसा में जायेगा। इसके लिए अलग-अलग तिथि का निर्धारण किया गया है। यानी की योजनाओं की जानकारी देने के लिए कार्य योजना तैयार की गयी है।
कार्य योजना के मुताबिक कृषि ज्ञान वाहन सबसे पहले बिहारशरीफ अनुमंडल क्षेत्र में जाकर किसानों को कृषि योजनाओं की जानकारी देने का कार्य करेगा। इसके लिए बिहारशरीफ, सरमेरा, अस्थावां रहुई प्रखंड चयनित किये गये हैं। इन प्रखंडों के कृषि समन्वयक अपने-अपने क्षेत्र में स्थल चयन करेंगे। चयनित स्थलों पर किसानों को एकत्रित कर योजनाओं से अवगत कराया जायेगा।
इसी प्रकार 24 मई को हिलसा अनुमंडल के हिलसा, चंडी, करायपरशुराय व एकंगरसराय तथा 25 मई को राजगीर अनुमंडल के राजगीर, सिलाव, गिरियक व कतरीसराय प्रखंड शामिल हैं। इस कार्यक्रम को सफल बनाने की सभी तैयारी पूरी कर ली गयी है।
जैविक खेती के बारे में मिलेंगे टिप्सः कृषि ज्ञान वाहन के द्वारा किसानों को कई तरह की कृषि से संबंधित जानकारियां दी जायेंगी। कृषि ज्ञान वाहन पर कृषि विभाग के पदाधिकारी व हरनौत कृषि विज्ञान केंद्र के नामित वैज्ञानिक मौजूद रहेंगे।
कृषि ज्ञान वाहन के द्वारा गरमा एवं खरीफ फसलों की तकनीकी जानकारी देने एवं फसल अवशेष प्रबंधन पर किसानों जागरूक करेंगे। साथ ही पशुपालन, मुर्गीपालन, बकरीपालन, मधुमक्खी पालन, जैविक खेती से संबंधित कुल 40 वीडियो फिल्म के माध्यम से जानकारी उपलब्ध करायी जायेगी।
उप परियोजना निदेशक के अनुसार कृषि वैज्ञानिक किसानों को खेतों से संबंधित किसी तरह की समस्याओं का निदान के टिप्स बताएंगे। किसानों के सवालों का जवाब तुरंत देंगे। जैसे खेतों में उर्वरक डालने, कीट व्याधियों से फसलों के बचाव व उपाय के बारे में जानकारी देंगे। ताकि किसान वैज्ञानिक तरीके से खेती कर अधिक से अधिक फसल की उपज प्राप्त कर सके।
उन्होंने बताया कि संबंधित अनुमंडल के चिंहित प्रखंडों के कृषि समन्वयकों को निर्देश दिया गया है कि कृषि ज्ञान वाहन के बारे में प्रचार प्रसार पूरी तरह से करें। ताकि संबंधित प्रखंडों के अधिक से अधिक से किसान इसका लाभ उठा सकें।
चतुर्थ कृषि रोड मैप के तहत कृषि ज्ञान वाहन के द्वारा किसानों को तकनीकी जानकारी सहज रूप से उपलब्ध कराने की कृषि विभाग की पहल काफी सराहनीय है। अब तक जिन जिलों में इसका संचालन किया गया है। वहां के किसानों द्वारा बताया गया है कि ये विभाग की बहुत ही अच्छी पहल है।
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