“केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के इस ताजा फैसले को लेकर माता-पिता, छात्रों और शिक्षकों के बीच मिश्रित प्रतिक्रियाएं हैं। कुछ लोगों का मानना है कि इससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा, जबकि कुछ इसे बच्चों पर अतिरिक्त दबाव डालने वाला कदम मान रहे हैं...
बिहारशरीफ (नालंदा दर्पण)। शिक्षा व्यवस्था में सुधार...