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    Saturday, July 27, 2024
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      छोटा भाई ही निकला बड़ा भाई का हत्यारा, गोलियों से कर दिया था छलनी

      दीपनगर (नालंदा दर्पण)। दीपनगर थाना संतोष हत्याकांड में पुलिस की जांच टीम ने महज 10 घंटे के अंदर चौंकाने वाला खुलासा कर दिया। युवक का कातिल गैर नहीं। बल्कि, केस दर्ज कराने वाला उसका छोटा भाई निकला। जिसे गिरफ्तार कर लिया गया।

      पकड़ा गया आरोपित दीपनगर थाना क्षेत्र के मेहनौर गांव निवासी स्व. नथुन यादव का पुत्र मिथिलेश कुमार है। बदमाश ने सोमवार की अल सुबह कॉल कर अपने भाई संतोष को झांसा दे, मुर्गी फार्म के पास बुलाया था। इसके बाद चार गोलियां मार उसकी लाश गिरा दी।

      बड़ा भाई संपत्ति में हिस्सा नहीं दे रहा था। इसी कारण वारदात को अंजाम दिया गया। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने घटना में इस्तेमाल मुंगेर मेड माउजर, दो मैगजीन घर के पीछे तालाब के समीप झाड़ी से बरामद कर ली। मृतक का मोबाइल बरामद नहीं हो सका है।

      छापेमारी सदर डीएसपी के डॉ. मो. शिब्ली नोमानी के नेतृत्व में हुई। टीम में लहेरी थानाध्यक्ष सुबोध कुमार, डीआईयू प्रभारी आलोक कुमार समेत अन्य पदाधिकारी और कर्मी शामिल थे।

      क्या है पूरा मामलाः  दीपनगर थाना अंतर्गत मेहनौर गांव में सोमवार की सुबह करीब 3 बजे मुर्गी फार्म संचालक संतोष कुमार की चार गोलियां मारकर हत्या कर दी गई।

      मृतक के मोबाइल पर अज्ञात बदमाश ने कॉल कर बताया था कि उनके मुर्गी फार्म में बिजली गुल है। जिसके बाद युवक बाइक से फार्म पर पहुंचा। इसके बाद फार्म के समीप उनकी लाश मिली। बदमाश मृतक का मोबाइल अपने साथ ले गया था।

      घटना के बाद मृतक का छोटा भाई मिथिलेश ने अज्ञात को आरोपित कर हत्याकांड की प्राथमिकी दर्ज कराई। दर्ज केस में घटना के कारणों का जिक्र नहीं था।

      अपने मोबाइल से कॉल कर बुलाया थाः आरोपी ने खुलासा किया कि अपने मोबाइल में नया सिम इस्तेमाल कर उसने बड़े भाई को झांसा दे, उसके मुर्गी फार्म के पास बुलाया और ताबतोड़ चार गोलियां मार उसकी हत्या कर दी।

      घटना के बाद हथियार व मृतक के मोबाइल को फेंक दिया। पुलिस टीम मृतक के कॉल डिटेल की जांच की तो आरोपी पुलिस रडार में आ गया।

      तकनीक से सुलझी ब्लाइंड केस की गुत्थीः एसपी अशोक मिश्रा ने बताया कि हत्याकांड के बाद मृतक के छोटे भाई ने केस दर्ज कराया। जिसमें अज्ञात को आरोपित किया गया था। घटना के खुलासा के लिए उन्होंने जांच टीम का गठन किया था। तकनीक का इस्तेमाल कर टीम ने महज दस घंटे में ब्लाइंड केस की गुत्थी सुलझा ली।

      कातिल गैर नहीं। बल्कि, केस करने वाला मृतक का छोटा भाई निकला। उसकी निशानदेही पर घटना में इस्तेमाल हथियार व मोबाइल बरामद कर लिया गया। त्वरित खुलासा के लिए एसपी ने टीम की सराहना की।

      संपत्ति में हिस्सा नहीं देने पर मार डालाः आरोपी ने खुलासा किया कि बड़ा भाई संपत्ति में हिस्सा नहीं दे रहा था। इस कारण वह वर्षों से तनाव में था। संतोष भूमि की बिक्री भी कर रहा था। इसी कारण उसने वारदात को अंजाम दिया।

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