राजगीर (नालंदा दर्पण)। झमाझम बारिश के बीच बिहार पुलिस अकादमी राजगीर में 66 वीं बैच प्रशिक्षु डीएसपी के दीक्षांत समारोह सह पारण परेड का आयोजन किया गया। इसके साथ ही बिहार राज्य को 35 नये डीएसपी मिल गए हैं। उनमें 26 पुरुष और नौ महिला डीएसपी शामिल हैं।
वहीं एक जुलाई से बिहार की पुलिसिंग सर्विस बदल जाएगी। नया कानून व्यवस्था लागू किया जायेगा। सूबे की पुलिस डिजिटल हो जायेगी। साथ ही नए कानून व्यवस्था और टेक्नोलॉजी से विधि व्यवस्था एवं अन्य क्रियाकलापों का क्रियान्वयन किया जाएगा।
इस अवसर पर डीजीपी आरएस भट्टी द्वारा प्रशिक्षण के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रशिक्षु डीएसपी को सम्मानित किया गया। उनके द्वारा मुख्यमंत्री का पिस्टल अवार्ड सुश्री कंचन राज को दिया गया। इसी प्रकार पुलिस महानिदेशक का रैतिक तलवार सुश्री रौली कुमारी को और पुलिस महानिदेशक का रैतिक वैटन सुश्री कंचन राज को दिया गया। सर्वश्रेष्ठ परेड कमांडर का ट्राफ अमृतांशु को दिया गया।
इस अवसर पर डीजीपी ने दीक्षांत समारोह में शामिल डीएसपी से कहा कि वे अपनी योग्यता को साबित करें। यहीं से उनकी पहचान बनेगी। न्याय की शुरुआत पुलिसिंग से होती है। हर व्यक्ति को न्याय मिले उस कसौटी पर पुलिस को खरा उतरनी चाहिए। यह उनकी जिम्मेदारी है।
डीजीपी ने कहा कि किताब से नॉलेज होती है। लेकिन प्रैक्टिकल तो थाने में ही होती है। पुलिसिंग का शुभारंभ थाना से होती है। प्रशिक्षण के दौरान एसपी से मिलकर उन्हें कठिन थाना की जिम्मेदारी की मांग करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि पुलिस बनने का पहला चरण आप सबों का आज समाप्त हो गया है। आगे दूसरा चरण प्रैक्टिकल की शुरुआत थाने की ट्रेनिंग से होगी। ट्रेनिंग के दौरान सभी को योग्यता साबित करनी होगी। प्रशिक्षु डीएसपी को थाना में काम करने का पहला अवसर प्राप्त होगा।
थाना में उन्हें इमानदारी से ट्रेनिंग करने की नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि चाहिए वहीं से उनके कैरियर की शुरुआत होगी। जिस तरह मेहनत और लगन से इस प्रशिक्षण को प्राप्त किया है। उसी लगन, निष्ठा और अनुशासन से निष्पक्ष कानून का रखवाला बनकर, अपने कैरियर के साथ परिवार, विभाग, समाज और प्रदेश का भी नाम रौशन करेंगे।
अकादमी निदेशक भृगु श्रीनिवासन ने झमाझम बारिश में भी मुस्तैदी डटे रहने के लिए प्रशिक्षु डीएसपी को धन्यवाद दिया और कहा कि उनके 40 साल के पुलिस कैरियर में यह पहली घटना है। उनके द्वारा एक वर्ष के प्रशिक्षण के दौरान संपन्न किए गए कार्यों का विवरण और उपलब्धियां प्रस्तुत की गई।
उन्होंने परिवीक्ष्यमान पुलिस उपाधीक्षकों का हौसला आफजाई करते हुए इमानदारी, पूर्ण लगन एवं निष्ठा के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित किया। वहीं उपनिदेशक डीआईजी अरविन्द कुमार गुप्ता ने प्रशिक्षु डीएसपी को पद एवं निष्ठा की शपथ दिलायी।
इस समारोह में अकादमी के सहायक निदेशक (प्रशिक्षण) सुशील कुमार, सहायक निदेशक (प्रशासन) वीणा कुमारी, अपर पुलिस अधीक्षक स्मिता सुमन, आयुध निर्माणी के मुख्य महाप्रबंधक अनिल कुमार गुप्ता, सीआरपीएफ कैंप सह रिक्रूटमेंट सेन्टर के कमांडेंट अरविंद कुमार, आईपीएस रत्ना सिंह, नालन्दा एसपी अशोक मिश्रा, प्रशिक्षु डीएसपी के अभिभावक आदि गणमान्य लोग मौजूद थे।
बिहारशरीफ में ‘स्मार्ट लापरवाही’ से स्कूल की दीवार गिरी, कई जख्मी, दो गंभीर
पैसों की लेनदेन के विवाद में बी फार्मा के छात्र को गोली मारी
चिकसौरा थाना पुलिस ने किया मिनी गन फैक्ट्री का खुलासा, 3 धंधेबाज गिरफ्तार