नालंदा दर्पण डेस्क। बिहार के सभी सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को पोशाक की खरीद के लिए पहले की तरह नगद राशि ही दी जाएगी। यह फैसला शिक्षा विभाग के वर्तमान अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ के निर्देश पर लिया गया है।
अब विद्यार्थियों को सिला-सिलाया पोशाक दिये जाने के निर्णय को शिक्षा विभाग ने बदल दिया है। साथ ही पोशाक की आपूर्ति करने के लिए जारी टेंडर को भी रद्द कर दिया गया है। विद्यार्थियों को सिला-सिलाया पोशाक दिये जाने निर्णय शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के निर्देश पर पर लिया गया था।
बता दें कि सभी सरकारी स्कूल के विद्यार्थियों को पोशाक खरीदने के लिए हर साल नगद राशि दी जाती रही है। लेकिन हाल ही में शिक्षा विभाग ने यह निर्णय लिया था कि शैक्षणिक सत्र 2024-25 में स्कूल के विद्यार्थियों को राशि नहीं दी जाएगी, बल्कि उन्हें सिला-सिलाया पोशाक दिया जाएगा। इसके लिए एजेंसियों को जिम्मेदारी दी जाएगी। इसको लेकर विभाग के पदाधिकारियों ने 15 मई को संबंधित एजेंसियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक भी की थी।
अब वही फैसला बदल दिया गया है। अब विद्यार्थियों के खातों में नगद राशि का भुगतान किया जाएगा। फिलहाल बिहार में करीब डेढ़ करोड़ विद्यार्थियों को हर साल पोशाक की नगद राशि दी जाती है।
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