अन्य
    Wednesday, October 9, 2024
    अन्य

      बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड के स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति नियमों का नहीं हुआ पालन

      नालंदा दर्पण डेस्क। नालंदा जिले में कुल 27 प्रस्वीकृति प्राप्त संस्कृत विद्यालय है। इनमें से कई विद्यालयों के द्वारा बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड के द्वारा निर्धारित नियमों का पालन किए बिना शिक्षकों तथा शिक्षकेत्तरकर्मियों की नियुक्ति की गयी है।

      विद्यालय के द्वारा नियुक्ति के पूर्व विज्ञापन का प्रकाशन किया जाना चाहिए। जिसमें विज्ञापन के प्रारूप पर बोर्ड के सचिव से पूर्व अनुमोदन लेना आवश्यक है। इसी प्रकार विज्ञापन के प्रारूप पर पद का नाम, रोस्टर के अनुरूप रिक्तियां, अपेक्षित अहर्ताएं, उपलब्धियां आदि अंकित रहना आवश्यक है।

      सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह है कि संस्कृत विद्यालयों को नियुक्ति के पूर्व ही संस्कृत शिक्षा बोर्ड से अनुमोदन प्राप्त करना आवश्यक है। जबकि जिले के कई संस्कृत विद्यालयों ने पहले संस्कृत शिक्षकों तथा शिक्षकेत्तर कर्मियों की नियुक्ति की है तथा अनुमोदन नियुक्ति के बाद लिया गया है, जो संस्कृत शिक्षा बोर्ड के नियमों के विरुद्ध है।

      इसके बावजूद नियुक्त किए गए शिक्षकों तथा शिक्षकेत्तर कर्मियों को विभाग द्वारा वेतन भुगतान तथा अन्य सुविधायें प्रदान कर दी गई। जांच किये जाने पर गलत नियुक्ति के कई मामले सामने आ सकते हैं।

      पुराने विद्यालय प्रबंध समिति ने की कई नियुक्तियां: बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड के द्वारा वर्ष 2014 में ही विद्यालयों के पुराने प्रबंध समितियां को निरस्त कर नए विद्यालय प्रबंध समितियों के गठन का निर्देश दिया गया था।

      लेकिन प्रस्वीकृति प्राप्त विभिन्न संस्कृत विद्यालयों के द्वारा नए विद्यालय प्रबंध समिति के गठन करने के बजाय पुराने प्रबंध समिति के आधार पर ही लगभग 30 शिक्षकों तथा शिक्षकेतर कर्मियों की नियुक्ति कर ली गई है।

      इस नियुक्ति में विज्ञापन प्रकाशित करने तथा आरक्षण रोस्टर का पालन करने आदि सहित वर्ष 2015 के संस्कृत शिक्षा बोर्ड के प्रावधानों का पालन नहीं किया गया है। इन विद्यालयों में जांच किए जाने पर मामले को लेकर कई सनसनीखेज खुलासे हो सकते हैं।

      अब इन शिक्षकों पर केके पाठक का डंडा चलना शुरु, जानें बड़ा फर्जीवाड़ा

      राजगीर अंचल कार्यालय में कमाई का जरिया बना परिमार्जन, जान बूझकर होता है छेड़छाड़

      DM जनता दरबार पहुंची DPO स्तर पर सरकारी स्कूलों में हुई बेंच-डेस्क घपला

      नवादा ले जाने के दौरान नालंदा के नगरनौसा में हुआ था NEET पेपर लीक, जानें बड़ा खुलासा

      नालंदा में 324 फर्जी नियोजित शिक्षकों को 7 साल से बचा रहा है महकमा

      LEAVE A REPLY

      Please enter your comment!
      Please enter your name here

      This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

      संबंधित खबर

      error: Content is protected !!
      विश्व को मित्रता का संदेश देता वैशाली का यह विश्व शांति स्तूप राजगीर सोन भंडारः जहां छुपा है दुनिया का सबसे बड़ा खजाना यानि सोना का पहाड़ राजगीर वेणुवन की झुरमुट में मुस्कुराते भगवान बुद्ध राजगीर बिंबिसार जेल, जहां से रखी गई मगध पाटलिपुत्र की नींव